डीआईजी कुंभ सभागार में जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों संग संतों की हुई बैठक में लिया गया फैसला

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PRAYAGRAJ: शाही स्नान के वक्त आने वाली अड़चन व श्रद्धालुओं द्वारा स्नान के दौरान साधु संतों के बीच घुस कर स्नान को लेकर आखाड़ा परिषद ने काफी नाराजगी व्यक्त की थी। कुम्भ मेला में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के सभी प्रतिनिधियों के साथ वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में बसंत पंचमी के शाही स्नान को सकुशल सम्पन्न कराने के सम्बन्ध में रणनीति बनायी गयी तथा स्नान को सकुशल सम्पन्न कराने के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये।

संतों ने दी प्रशासन को बधाई

बैठक में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत नरेन्द्र गिरी जी महाराज, महामंत्री श्री महंत हरि गिरि जी महाराज तथा सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि,पदाधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान आखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व साधु संतों ने जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को मौनी अमावस्या सकुशल सम्पन्न कराने के लिए बधाई दी। आखाड़ा परिषद के साथ हुई बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक एसएन साबत, मण्डलायुक्त डॉ। आशीष कुमार गोयल, आईजी मोहित अग्रवाल, डीआईजी कुम्भ के.पी.सिंह, मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द समेत कई अधिकारी मौजूद थे।

समय सारणी का पालन करेंगे संत

जिला व पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में आम सहमति से यह निर्णय लिया गया कि सभी अखाड़े अपनी समय सारणी का अनुपालन करते हुए निर्धारित क्रम में शाही स्नान करेंगे। यदि स्नान के दौरान कोई छूट जाता है तो आखिरी तेरहवें अखाड़े के स्नान के बाद अखाड़ों के छूटे हुये महात्मा व साधु संतों को अलग से सुरक्षा व्यवस्था के साथ स्नान कराया जाएगा। इस दौरान तीन फेस में हुई बैठक में इस बात पर भी सहमति बनी कि बंसत पंचमी के दिन फालतू वाहनों का इस्तेमाल न किया जाए। पाण्टून पुलों की भार क्षमता को देखते हुए बड़े वाहन शाही स्नान यात्रा में प्रतिबन्धित रखे जायेंगे। बैठक के अंत में एडीजी एसएन साबत समेत अन्य अधिकारियों ने संतों का माल्यार्पण कर अंगवस्त्रम से सम्मानित किया।