दुर्घटना में घायलों के इलाज में नहीं होगी मुश्किल

-इमरजेंसी में डॉक्टर्स व पैरामेडिकल की टीम होगी मुस्तैद

- जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज में 20-20 बेड आरक्षित

GORAKHPUR:

होली में रंगों के उत्सव को धूमधाम और उल्लास से मनाएं। पर, थोड़ा सावधानी जरूर बरतें। बावजूद इसके किसी भी तरह की परेशानी आती है तो घबराएं नहीं। धैर्य का परिचय दें। होली पर किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज अलर्ट है। दुर्घटना में घायलों को इलाज में मुश्किलें न हों इसके लिए इमरजेंसी में डॉक्टर्स व पैरामेडिकल की टीम की ड्यूटी लगा दी गई है। साथ ही एंबुलेंस भी तैयार हैं।

होली में अनहोनी से निपटने के लिए जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज बेहतर चिकित्सकीय व्यवस्था की गई हैं। जिला अस्पताल की इमरजेंसी में 20 बेड आरक्षित किए गए हैं तो मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में प्रारंभिक तौर पर 20 बेड सुरक्षित किए गए हैं। नेहरू चिकित्सालय के एसआईसी डॉ। रमाशंकर शुक्ला ने बताया कि आपात स्थिति में मरीजों के लिए दो ए़बुलेंस लगाई गई है। इसके अलावा डॉक्टर्स व पैरामेडिकल स्टॉफ की भी ड्यूटी तय कर दी गई है। अगर जरूरत होगी तो बेडों की संख्या बढ़ाई जाएगी। दवाओं का पर्याप्त इंतजाम किया गया है। जिला अस्पताल के एसआईसी डॉ। राज कुमार गुप्ता ने बताया कि डॉक्टर्स की टीम में नेत्र, त्वचा, हड्डी और ईएनटी विशेषज्ञ को शामिल किया गया है। रूटीन इमरजेंसी ड्यूटी के अलावा मरीजों की संख्या बढ़ने पर आनकॉल डॉक्टर्स को तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।

सीएचसी व पीएचसी पर भी इलाज के इंतजाम

होली पर्व पर सीएचसी व पीएचसी पर भी इलाज के इंतजाम किए गए हैं। सीएमओ डॉ। रवींद्र कुमार ने बताया कि सभी प्रभारियों को होली के दिन अस्पताल पर मौजूद रहने के निर्देश दिए गए हैं। 102 व 108 सेवा के 80 से अधिक एंबुलेंस को अपने-अपने क्षेत्र में मुस्तैद रहने के लिए कहा गया है। होली के दिन 102 सेवा महिलाओं के साथ ही सामान्य पुरूष घायलों को भी अस्पताल पहुंचाएगी। इसके अलावा दो एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस को तैयार रखा गया है।