डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के सर्जिकल वार्ड में आशाओं का सीनियर एनेस्थेसिस्ट से हुआ विवाद

डॉक्टरों ने विरोध में 20 मिनट बंद की ओपीडी, एनेस्थेसिस्ट ने कोतवाली में दी तहरीर

>BAREILLY:

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ट्यूजडे को आशाओं व डॉक्टर के बीच जबरदस्त हंगामा हो गया। विवाद सर्जिकल वार्ड में ऑपरेशन थिएटर में खड़े होने को लेकर हुआ। विवाद के दौरान शुरू हुई तीखी बहस ने जल्द ही हंगामे का रूप ले लिया। आशा के सपोर्ट में आई अन्य आशाओं ने डॉक्टर का घेराव कर दौड़ा लिया। डॉक्टर का आरोप है कि आशाओं ने उन्हें मारने के लिए चप्पल लेकर दौड़ाया और मारपीट की। वहीं आशाओं ने डॉक्टर पर गाली-गलौज और मिसबिहेव करने का आरोप लगाया। पूरे हंगामे के चलते हॉस्पिटल की ओपीडी तक प्रभावित हो गई। डॉक्टर व आशा ने एक दूसरे के खिलाफ कोतवाली थाना में तहरीर दी है।

एनेस्थेसिस्ट ने जताई आपत्ति

क्यारा की रहने वाली आशा बहु देवकी ट्यूजडे सुबह करीब 11 बजे पथरी से पीडि़त एक महिला मरीज को लेकर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंची। आशा बहू मरीज को लेकर सर्जिकल वार्ड के ऑपरेशन थिएटर में खड़ी हो थी। इस पर वहां मौजूद सर्जन डॉ। एसके गुप्ता ने मरीज व आशा को अपनी बारी का इंतजार करने को कहा। इतने में वहां पहुंचे सीनियर एनेस्थेसिस्ट डॉ। दिग्विजय सिंह ने आशा को ओटी में चप्पल पहनकर खड़े होने पर आपत्ति जताई और उसे ओटी से बाहर जाने को कहा। आशा बहू देवकी का आरोप है कि डॉ। दिग्विजय ने उसे डांटा विरोध करने पर गाली-गलौज शुरू कर दी।

एसएसपी से िमली आशाएं

डॉ। दिग्विजय सिंह के बिहेव से आहत आशा बहू रोने लगी और उसने अन्य आशाओं को कॉल कर घटना की जानकारी दी। इस पर आशा संगठन की रामश्री गंगवार और शिववती सहित अन्य आशाएं मौके पर पहुंच गईं। सभी ने आरोपी डॉक्टर का घेराव कर दौड़ा लिया। इसके बाद आशाएं सीएमओ ऑफिस पहुंची। वहां सीएमओ डॉ। विजय यादव के न मिलने पर आशाओं ने सीएमएस डॉ। डीपी शर्मा से कंप्लेन की। इसके बाद आशाएं शाम 4 बजे एसएसपी धर्मवीर सिंह यादव से मिली और डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की गुहार लगाई। इसके बाद आशाएं कोतवाली थाना पहुंची और डॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी।

20 मिनट बंद रही ओपीडी

आशाओं के सीनियर एनेस्थेसिस्ट को घेरकर मारपीट करने की खबर से हॉस्पिटल के अन्य डॉक्टर्स में भी नाराजगी बढ़ गई। नाराज डॉक्टर्स ने ओपीडी ठप कर दी और मरीजों के इलाज से इनकार कर दिया। इससे ओपीडी में देर से लाइन में लगे मरीजों को बड़ी दिक्कत हुई। डॉक्टर्स ने सीएमएस से आरोपी आशाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस घटना से नाराज डॉक्टर्स कार्रवाई होने तक ओपीडी शुरू न करने की मांग करने लगे। इस पर सीएमएस ने डॉक्टर्स के साथ बैठक कर मामले को सुलझाने की कोशिश की। डॉक्टर्स ने आरोपी आशाओं के खिलाफ कोतवाली थाना जाकर मारपीट की तहरीर दी।

ओटी में साफ सफाई का ध्यान न रखने पर इंफेक्शन होने का डर रहता है। डॉक्टर ने आशा को समझाया था। दोनों के बीच बहस हुई। डॉक्टर ने आशाओं के खिलाफ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं। इस घटना से ओपीडी प्रभावित नहीं रहेगी।

- डॉ। डीपी शर्मा, सीएमएस