दवा भुगतान में 1.5 करोड़ की पेंडेंसी, जनवरी से शासन से दवाओं की सप्लाई नहीं

लोकल कोटेशन टेंडर मांगे गए व लोकल परचेजिंग कर मरीजों को दी जा रही दवा

<दवा भुगतान में क्.भ् करोड़ की पेंडेंसी, जनवरी से शासन से दवाओं की सप्लाई नहीं

लोकल कोटेशन टेंडर मांगे गए व लोकल परचेजिंग कर मरीजों को दी जा रही दवा

BAREILLY:

BAREILLY:

बरेली मंडल के इकलौते डिवीजनल हॉस्पिटल का दर्जा पाए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पिछले तीन महीने से सरकारी दवाओं की सप्लाई ठप है। जनवरी ख्0क्7 से ही शासन की ओर से हॉस्पिटल को ओपीडी व मरीजों के इलाज के लिए दवाओं की सप्लाई नहीं भेजी जा रही है। वजह, दवा मुहैया कराने वाली कंपनीज को भुगतान न हो पाने से दवाओं का स्टॉक डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल नहीं भेजा जा सका। इन दवाओं में सामान्य बुखार से लेकर, बीपी, हार्ट, शुगर, पेट दर्द समेत एंटीबायोटिक्स के अलावा जरूरी वैक्सीन भी शामिल हैं। दवाओं की सप्लाई न होने से मरीजों के इलाज पर गंभीर संकट खड़ा होने की आशंका है। हालांकि, हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन स्टोर में दवाओं की कमी न होने का दावा कर रहा है।

ब्क्ख् डिमांड, क्भ्क् पर सप्लाई

प्रदेश के सरकारी हॉस्पिटल्स में दवाओं की डिमांड व सप्लाई के लिए शासन ने ड्रग प्रोक्योरमेंट इनवेंट्री कंट्रोल सिस्टम (डीपीआईसीएस) की ऑनलाइन व्यवस्था शुरू कराई है। इस व्यवस्था में हॉस्पिटल्स जरूरी दवाओं, इंजेक्शन व सर्जिकल आईटम्स की डिमांड ऑनलाइन भेजते हैं। इस सिस्टम से जुड़े शासन से अप्रूव्ड दवा कंपनीज इन दवाओं-इंजेक्शन की सप्लाई संबंधित हॉस्पिटल्स में भेजती हैं। जनवरी से मार्च ख्0क्7 तक हॉस्पिटल के ड्रग स्टोर से ब्क्ख् से ज्यादा दवाओं की डिमांड भेजी गई। इनमें से करीब क्भ्क् डिमांड पर ही दवाओं की सप्लाई की जा सकी।

फीमेल-मेंटल हॉस्पिटल से सप्लाई

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में की गई दवाओं की सप्लाई पर ड्रग कंपनीज को क्.भ् करोड़ का भुगतान होना बाकी है। बजट में धनराशि खत्म होने से ड्रग कंपनीज को पुराना भुगतान न किया जा सका, जिसके चलते डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में दवा सप्लाई बंद हो गई है। सोर्सेज के मुताबिक विस चुनाव के चलते शासन की ओर से भी इस ओर ध्यान न दिया गया। दवाओं की कमी होने पर परेशानी बढ़ी तो हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से फीमेल हॉस्पिटल व मेंटल हॉस्पिटल के स्टोर से भी दवाएं मंगाई गई। पिछले दिनों ही कैल्शियम की दवा खत्म होने पर फीमेल हॉस्पिटल से यह दवा मंगाकर मरीजों को दी जा सकी।

लोकल परचेजिंग की मजबूरी

दवाओं की सप्लाई न होने से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में ओपीडी व आईपीडी के मरीजों के इलाज में मुश्किल खड़ी हो गई है। शासन से सप्लाई न होने पर हॉस्पिटल प्रशासन मेडिकल स्टोर्स से लोकल परचेजिंग कर जरूरी दवाओं व इंजेक्शन की व्यवस्था करने को मजबूर है। पिछले तीन महीने में क्क्ख् बार लोकल परचेजिंग कर दवाओं की व्यवस्था की गई है। दवाओं की लोकल परचेजिंग करने के चलते ज्यादा कीमत पर दवाएं व इंजेक्शन खरीदे जा रहे। इससे शासन को ही चपत लग रही। वहीं हॉस्पिटल प्रशासन लोकल कोटेशन पर टेंडर व्यवस्था के जरिए दवाओं की व्यवस्था करने की तैयारी कर रहा है।

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बजट कम होने से दवाओं का भुगतान न हो सका। इसलिए दवाओं की सप्लाई नहीं हो रही। मरीजों के इलाज के लिए दवाओं की पूरी व्यवस्था की जा रही है। लोकल परचेजिंग के साथ ही कोटेशन भी मांगे जा रहे हैं। दवाओं की कमी नहीं होगी।

- डॉ। केएस गुप्ता, सीएमएस