विवादों से चर्चा में रहता है डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल

-हॉस्पिटल के कई डॉक्टर्स के खिलाफ चल रही जांच

GORAKHPUR: देश हो या विदेश, हर जगह हॉस्पिटल मरीजों की जान बचाने और बेहतर इलाज करने के लिए पहचाना जाता है, मगर सिटी का डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल इसके अपोजिट लोगों के बीच विवादों को लेकर चर्चा में रहता है। कभी मरीज से डॉक्टर्स की उगाही का मामला सामने आता है तो कभी मारपीट में होने वाले मेडिकल रिपोर्ट में चल रहे खेल का। आदेश के बावजूद हॉस्पिटल में दवा न मिलने की कंप्लेन तो कॉमन प्रॉब्लम है। डीएम के पास उगाही के मामले में अभी हॉस्पिटल के डॉक्टर रहमत अली की जांच पेंडिंग ही है कि एक और मरीज ने इलाज के नाम पर क्भ्00 रुपए उगाही का आरोप लगाया है।

हॉस्पिटल से विवाद नया नहीं

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बेड नं। ख्9 में अपनी बेटी का इलाज करा रहे फौजर ने ट्यूज्डे को डॉक्टर पर उगाही का आरोप लगाया। फौजर ने हॉस्पिटल के एसआईसी से कंप्लेन भी कि इलाज करने के नाम पर डॉक्टर ने क्भ्00 रुपए मांगे हैं, जबकि एक भी पैसा नहीं लगता है। हालांकि एसआईसी इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं, मगर यह कहानी कोई नई नहीं है। इससे पहले भी कई बार उगाही और अन्य मामलों में डॉक्टर्स जांच के घेरे में आ चुके हैं। आर्थो सर्जन डॉ। रहमत अली और फिजीशियन डॉ। बीके सुमन पर भी उगाही के मामले में जांच चल रही है। साथ ही डॉ। जी चंद्रा पर भी पोस्टमार्टम को लेकर जांच बैठी थी, जिसमें उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। इसी तरह तिवारीपुर में दर्ज एक मामले में डॉ। एपी सिंह, डॉ। एके श्रीवास्तव, डॉ। आलोक पांडेय, डॉ। वीके श्रीवास्तव, डॉ। वीपी सिंह, डॉ। टीएन झा और डॉ। डीसी पांडेय के खिलाफ भी जांच चल रही थी। इस मामले में डॉ। एपी सिंह की मेडिकल रिपोर्ट को पीडि़त ने चैलेंज किया था। जिसके बाद बोर्ड बैठा था। बोर्ड को भी चैलेंज करने से राज्यपाल के यहां से इन डॉक्टर्स के खिलाफ जांच चली।