डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में वेडनसडे सुबह इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की मौत

परिजनों के हंगामे पर पुलिस पहुंची, ट्यूजडे रात भी महिला की मौत पर हुआ बवाल

BAREILLY: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में म् घंटे के दौरान हुई दो मरीजों की मौत से हंगामा मच गया। ट्यूजडे रात करीब क्0 बजे एक प्रसूता की खून की कमी व गंभीर बीमारी में हुई मौत और इसके बाद वेडनसडे की सुबह ब् बजे एक मरीज की इंजेक्शन लगाने के बाद जान चली जाने की घटनाओं ने हॉस्पिटल की इलाज व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। महज म् घंटे के अंदर इलाज में लापरवाही के आरोपों पर दो मरीजों की मौतों से डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल फिर से विवादों में आ गया है। दोनों ही घटनाओं में मरीजों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। जिसके चलते हॉस्पिटल में पुलिस बुलानी पड़ी। इन दोनों ही मरीजों की मौत पर हॉस्पिटल प्रशासन ने परिजनों के आरोपों को सिरे से नकारते हुए बेबुनियाद बताया है।

घंटे भर नहीं पहुंचा स्टाफ

जकाती मोहल्ले के रहने वाले संजय सक्सेना लीवर खराबी की बीमारी से पीडि़त थे। ट्यूजडे-वेडनसडे की रात फ् बजे तबियत बिगड़ने पर संजय को उसके परिजनों ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के इमरजेंसी में एडमिट कराया। संजय के भाई दीपक सक्सेना का कहना है कि एक घंटे तक दर्द से तड़प रहे मरीज को देखने कोई डॉक्टर या स्टाफ नहीं पहुंचा। इसके बाद नर्स ने मरीज को ड्रिप चढ़ाई तो उसे ब्लीडिंग होने लगी। इस पर नर्स ने एक इंजेक्शन लगाया जिसके बाद मरीज के मुंह से झाग निकलने लगा। थोड़ी देर बाद मरीज की मौत हो गई।

बाथरूम में बंद हुई नर्स

इंजेक्शन लगाने के बाद मरीज की मौत होते ही परिजनों का सब्र जवाब दे गया। इलाज में लापरवाही, समय पर मरीज को न देखने और फिर इंजेक्शन लगाते ही मौत होने पर परिजनों ने जबरदस्त हंगामा मचा दिया। हंगामा बढ़ता देख स्टाफ वार्ड से भाग खड़े हुए। वहीं एक नर्स ने बाथरूम में छिपकर खुद को नाराज परिजनों के गुस्से से बचाया। सुबह पुलिस के पहुंचने पर परिजन शांत हुए। इससे पहले ट्यूजडे रात को भी आजाद नगर की ख्भ् साल की प्रसूता फूलबानो की डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मौत हो गई थी। जिस पर परिजनों ने इलाज में लापरवाही और खून न खरीद पाने पर हॉस्पिटल से बाहर निकाले जाने का आरोप लगा हंगामा किया था।

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मरीज को स्टाफ की ओर से अटेंड किया गया था। गलत इंजेक्शन लगाने और इलाज में लापरवाही के आरोप गलत हैं। - डॉ। डीपी शर्मा, सीएमएस