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-गंदा पानी पीकर शहर के लोगों की सेहत हो रही है खराब

-स्वास्थ्य विभाग की चार दिन की जांच में पानी के दो दर्जन सैंपल हुए फेल

ALLAHABAD: गर्मी शुरू होते ही डायरिया, पीलिया, टाइफाइड, डिसेंट्री के मरीज अचानक से बढ़ गए हैं। इसके पीछे की एक बड़ी वजह है दूषित पानी। इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की जांच में हुआ है। महज चार दिन की जांच में एक के बाद एक कुल 24 सैंपल फेल होने से हड़कंप मच गया है। विभाग ने तत्काल इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन और जलकल विभाग को भेज दी है।

इन इलाकों का पानी हुआ फेल

इस महीने स्वास्थ्य विभाग ने चार दिन पानी की सैंपलिंग की। जांच में कुल 24 सैंपल फेल पाए गए। इनमें से चार मई को 10, 8 मई को छह, 14 मई को तीन और 18 मई को पांच सैंपल शामिल रहे। जांच में यह पानी पीने लायक नहीं पाया गया। अधिकारियों का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में पानी का सैंपल फेल होना वाकई खतरनाक है। खासकर गर्मी के मौसम में यह घातक बीमारियों का कारण बन रहा है।

कब कहां का सैंपल हुआ फेल

डेट यहां फेल हुआ सैंपल

5 मई मेयरगंज मीरापट्टी, मीरापट्टी प्रॉपर, पोंगहट पुल, नीम सराय, प्रीतम नगर की एलआईजी और एमआईजी कॉलोनी।

8 मई दरभंगा कॉलोनी, बाई का बाग, कीडगंज खलासी लाइन, लश्कर लाइन, सावित्री पार्क मधवापुर

14 मई ममफोर्डगंज, सोहबतियाबाग, ऊंचवागढ़ी

18 मई नई बस्ती, सोहबतियाबाग, अल्लापुर, बाघम्बरी रोड, पूरा दलेल, पंजाबी कालोनी सोहबतियाबाग

भेज दी रिपोर्ट, होगी कार्रवाई

स्वास्थ्य विभाग ने दो दर्जन पानी के सैंपल फेल होने के बाद इसकी रिपोर्ट डीएम और कमिश्नर को भेज दी है। इसके अलावा जलकल विभाग को भी अवगत कराया गया है। कहा गया है कि पेयजल की स्थिति को सही कराया जाए। जहां क्लोरीन की मात्रा कम है या नदारद है, वहां व्यवस्था कर पानी को शुद्ध सप्लाई किया जाए।

लापरवाही बरती तो होंगी ये बीमारियां

-भीषण गर्मी के मौसम में पेयजल से समझौता करना ठीक नहीं होगा।

-प्रदूषित या गंदा पानी पिया तो

डायरिया, दस्त, डीसेंट्री, पीलिया, टाइफाइड आदि होना निश्चित है।

-मई में इन बीमारियों के 15 से 20 फीसदी मरीज बढ़ चुके है

ऐसे बनाएं पानी को पीने योग्य

-नल के पानी को खूब खौलाएं।

-इसके बाद सूती कपड़े से छानकर ठंडा करें।

-एक बाल्टी पानी में एक क्लोरीन की गोली डालकर उसे उपयोग में लाएं।

-नल से आया पानी सीधे पीने से बचें।

पांच मई से हुई अब तक की जांच में अच्छे परिणाम नहीं आए हैं। पानी को पीने योग्य बनाने के लिए जलकल विभाग को पत्र भेजा गया है। जिला प्रशासन को भी इससे अवगत कराया गया है। पब्लिक को भी इस मौसम में होशियार रहना होगा।

-डॉ। एएन मिश्रा, जिला संक्रामक रोग बचाव अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग