-सिर्फ एक ही डॉक्टर रह गया जेल में, उसकी भी पोस्टमार्टम हाउस पर लग रही ड्यूटी

-डिस्ट्रिक्ट जेल सुपरिंटेंडेंट ने सीएमओ को जल्द दूसरे डॉक्टर की तैनाती के लिए लिखा

>BAREILLY: शहर से 20 किलोमीटर दूर सैदपुर कुर्मियान बिथरी चैनपुर में बसी नई डिस्ट्रिक्ट जेल में बंदियों के इलाज का संकट गहरा गया है। जेल में सिर्फ एक डॉक्टर हैं और उसकी भी ड्यूटी पोस्टमार्टम हाउस पर लग रही है। ऐसे में जेल प्रशासन को डर लगने लगा है, क्योंकि आए दिन बंदी बीमार होते हैं। डिस्ट्रिक्ट जेल सुपरिंटेंडेंट डीआर मौर्या ने सीएमओ को जल्द डॉक्टर की पोस्टिंग करने के लिए पत्र लिखा है।

जेल में 2500 बंदी हैं

जेल सुपरिंटेंडेंट ने पत्र में लिखा है कि सैदपुर में बनी नई जेल का एरिया काफी बड़ा है। मौजूदा समय में जेल में 2500 बंदी हैं। इनमें से कई बीमार, कई बुजुर्ग और कई गंभीर रोग से पीडि़त हैं। ऐसे में बंदियों को समय-समय पर इलाज की जरूरत होती है। जेल में एक सीनियर कंसलटेंट और एक कंस्लटेंट के पद स्वीकृत हैं। जिसके तहत डॉक्टर एसके जौहरी और डॉक्टर राजीव कुमार वर्मा की तैनाती थी, लेकिन सीएमओ ने 18 अप्रैल को सीधे एसके जौहरी को पाठयक्रम के चलते रिलीव कर दिया गया। ऐसे में एक डॉक्टर को राउंड दि क्लाक इलाज करने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने लिखा है कि जेल में बंदी का समय पर इलाज होना जरूरी होता है, क्योंकि बंदी की मौत होने पर मजिस्ट्रेटी जांच तक होती है। मानवाधिकार आयोग भी नजर रखता है। इससे जेल प्रशासन की छवि धूमिल होती है।