-पेट को चीरते हुए निकल गई गोली, प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट

-दो बाइक से आए थे हमलावर, पान की दुकान पर खड़ा था

-चुनावी रंजिश में गोली मारने की बात आ रही सामने

ALLAHABAD: धूमनगंज एरिया के इंडियन ऑयल के सामने फ्राइडे को दिन में बसपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी ममता पाल के पति राजकुमार पाल उर्फ गुड्डू (40) को बाइक सवार युवकों ने गोली मार दी। गोली पीठ में मारी गई थी जो पेट को चीरते हुए निकल गई। गुड्डू पाल गोली लगने के बाद इंडियन ऑयल के गेट नंबर एक तक भागते हुए गया। खबर पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और गुड्डू को एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। पुलिस हमले की वजह चुनावी या कारोबारी रंजिश मान रही है। शाम तक फैमिली के लोगों ने तहरीर नहीं दी थी। पुलिस ने गुड्डू के बयान के आधार पर जिला पंचायत सदस्य हरिहर सिंह यादव के एक बेटे को हिरासत में लिया है।

झलवा में है घर

झलवा के रहने वाले गुड्डू की फैमिली ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करती है। गुड्डू के चार भाई हैं। उसके पास कुछ टैंकर भी हैं। फ्राई डे को वह इंडियन ऑयल के गेट नंबर दो के पास पान की दुकान पर खड़ा था। आरोप है कि उसी वक्त धूमनगंज की ओर से दो युवक आए। पान की दुकान के पास ही गुड्डू से बात की गई। आरोप है कि इसी के बाद बाइक से आए दो युवकों ने गोली मार दी और झलवा की ओर भाग गए। स्पॉट पर पहुंची पुलिस पहले उसको एसआरएन हॉस्पिटल ले गई। हालत नाजुक होने पर उसे जीवन ज्योति हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया गया। हालत नाजुक बताई जा रही है। एडमिट होने के वक्त उसने पुलिस को कुछ लोगों के नाम बताए थे लेकिन शाम तक तहरीर धूमनगंज थाने नहीं पहुंची थी।

हो चुकी है वोटिंग

जिस इलेक्शन के लिए गोली मारने की बात की जा रही है, उसके लिए वोट 13 अक्टूबर को डाले जा चुके हैं। इस इलेक्शन में वार्ड 54 से ममता पाल के अलावा हरिहर यादव के बेटे सोनू यादव की पत्‍‌नी राधा यादव, संजय यादव की पत्‍‌नी अंकुरा देवी, दुर्गेश चतुर्वेदी की पत्‍‌नी रीता देवी किस्मत अजमा रही हैं। राधा को किसान यूनियन ने और रीता देवी को बीजेपी ने समर्थन दिया था। आरोप है कि उसको गोली चुनावी दुश्मनी में मारी गई लेकिन उसे हॉस्पिटल में देखने के लिए खुद सोनू भी पहुंचा था। हालांकि उसी के छोटे भाई मोनू को पुलिस ने बैठा रखा है।

राजू पाल हत्याकांड में है गवाह

गुड्डू विधायक राजू पाल हत्याकांड में मुख्य गवाह है। पहले उसको सिक्योरिटी मिली थी लेकिन बाद में हटा ली गई। आरोप है कि करीब 15 दिन पहले उसको झलवा चौराहे पर घेर लिया गया था। फायरिंग की भी बात सामने आई थी लेकिन रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई थी। इस मामले में पूर्व सांसद के एक करीबी प्रधान का नाम सामने आया था। हालांकि गुड्डू के बड़े भाई अशोक किसी पर आरोप नहीं लगा रहे। कहना है कि सोनू की फैमिली से कोई दुश्मनी नहीं है। थर्सडे को भी सोनू व गुड्डू साथ में रहे थे। गुड्डू से मिलने पूर्व पार्षद बच्चा पासी के समर्थकों के साथ ही कई लोग पहुंचे थे। भीड़ को देखते हुए हॉस्पिटल में कई थानों की फोर्स तैनात कर दी गई थी।

हमले की वजह तेल तो नहीं!

गुड्डू पर हमले के पीछे तेल का झगड़ा भी हो सकता है। पुलिस का कहना है कि मामला तेल चोरी से भी जुड़ा हो सकता है। गुड्डू के टैंकर भी इंडियन ऑयल में चलते हैं। उसकी आम शोहरत भी कुछ ठीक नहीं है। उस पर पुलिस की मुखबिरी का भी शक है। पुलिस से नजदीकियों की वजह से भी उसकी कई लोगों से दुश्मनी है। इस मामले को लेकर भी उसका टकराव हो सकता है। हालांकि उसकी बसपा के साथ ही सपा में भी गहरी पैठ है। वह विधायक राजू पाल का रिश्तेदार भी बताया जाता है। फिलहाल पुलिस को गुड्डू पाल की तहरीर का इंतजार है। सीओ नीति द्विवेदी का कहना है कि वह होश में नहीं है। तहरीर मिलने के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी।

सीसीटीवी फुटेज भी निकलवाई गई

गेट नंबर दो पर इंडियन ऑयल का सीसीटीवी कैमरा लगा है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकलवा ली है। हालांकि इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है। पुलिस अफसर इस बारे में कुछ बोल भी नहीं रहे।

फर्जी फंसाने का आरोप

हरिहर सिंह यादव ने पुलिस पर उनके बेटे मोनू को जबरन कस्टडी में रखने का आरोप लगाया है। कहा कि गुड्डू पाल पर हमले के बाद पुलिस उनके घर आई थी। वह मोनू को जबरन उठाकर थाने ले गई। उन्होंने यह भी कहा था कि वह मोनू के साथ हॉस्पिटल ही जा रहे हैं। पुलिस ने शाम तक मोनू को नहीं छोड़ा था। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही बेटों के खिलाफ एफआईआर लिखी जाए। उन्होंने पुलिस अफसरों को भी लेटर भेजा है।

विवादों से है पुराना नाता

हरिहर सिंह यादव के बेटों का विवादों से पुराना नाता रहा है। साल भर में दोनों का कई बार लोगों से झगड़ा हुआ। मारपीट, फायरिंग के कुछ मामलों में क्रास एफआईआर भी दर्ज की गई।