- दिव्य के अपहरणकर्ताओं से की मां ने मार्मिक अपील

- घर में शुभचिंतक और रिश्तेदारों के अलावा नेता पहुंचे

आगरा। कागज कारोबारी के बेटे दिव्य अपहरण कांड के बाद पॉश एरिया कॉलोनी के लोग दहशत में हैं। दिव्य के परिजनों की हालत खराब है। परिवार के सदस्य अपने आंखों के तारे को हर हाल में पाना चाहते हैं। पीडि़त परिवार के घर सोमवार को मेयर व सपा नेता पहुंचे। अपहृत अभिषेक के परिजनों ने भी पहुंचकर सांत्वना दी।

रात से खुली हुई हैं आंखे

मदिया कटरा निवासी छह वर्षीय दिव्य वाष्र्णेय के अपहरण के बाद सिटी में सनसनी मची हुई है। पॉश कॉलोनी के परिवार टेंशन में आ गए हैं। बच्चों को घरों में बंद रखा जा रहा है। दिन में लोग ताले डाल कर रह रहे हैं। स्कूल से लौटने के बाद बच्चों को एक पल के लिए आंखों से ओझल नहीं होने देते। इधर, दिव्य के घर परिजनों ने बीती रात बेटे के अपहरण हो जाने के गम में गुजार दी। कोई भी सदस्य झपकी तक नहीं ले सका।

मां थामे हुए है हिम्मत

दिव्य की मां निशा वाष्र्णेय ने अपहरण के दौरान भी हिम्मत दिखाई थी। वह अब भी हिम्मत बनाए हुए है। बेशक रो-रो कर उसकी आंखे सूज गई हों, लेकिन फिर भी वह अपने परिवार को संभाले हुए है। मां रविवार शाम हुई घटना को भूल नहीं पा रही है। मां के अनुसार बेटे की चीख सुनकर वह बाहर दौड़ी। तुरंत कार में बैठी। लोगों से पूछकर कार बदमाशों के पीछे लगाई। उसे रास्ता नहीं पता था। फिर भी वह उनके पीछे गई। देर तक उसने हाईवे पर उसकी तलाश की। उसने पुलिस को भी फोन किया। अन्य परिचितों को भी कॉल कर जानकारी दी।

बदहवास हालत में है दादी

परिवार के लोगों ने बेटे के अपहरण के बाद चुप्पी साध ली है। वह कुछ भी बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं। दादी घटना के बाद से बदहवास हैं। पिता किसी से कोई बात नहीं करना चाहते। दादा आने-जाने वाले लोगों को संभाल रहे हैं।

भाजपा नेत्री व अभिषेक के परिजन भी पहुंचे

इधर, पीडि़त परिवार से मिलने भाजपा नेत्री कुंदनिका शर्मा व कमला नगर से लापता अभिषेक के परिजन भी पहुंचे। कुंदनिका शर्मा ने परिवार को ढांढस बंधाया। अभिषेक के परिजनों ने उनके दर्द का साझा किया। उन्होने बताया उनका बेटा अभी तक नहीं मिला है, लेकिन वह दुआ करते हैं कि दिव्य जल्द मिल जाए। अभिषेक का परिवार उनके दर्द को समझ सकता है। अभिषेक का अपहरण पांच जनवरी को हुआ था, इसका अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है। मौके पर मेयर इंद्रजीत आर्य व सपा नेता राहुल चतुर्वेदी भी पहुंचे थे।