रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े का शिकार का हुए रिटायर्ड सैन्यकर्मी व DLW कर्मचारी के बीच हुई मारपीट

DLW employee पर लगाया लाखों रुपये ऐंठने का आरोप, पैसे वापस मांगने पर बढ़ा विवाद

VARANASI : रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर दर्जनों युवकों से ठगी करने का आरोप लगाते हुए रुपये वापसी के लिए बुधवार को विवाद हुआ। इस विवाद में मारपीट कर रहे डीएलडब्ल्यू इम्प्लाई विजय मिश्र और रिटायर्ड सैन्यकर्मी को मंडुवाडीह पुलिस थाने ले गई। डीएलडब्ल्यू इप्लॉई से पूछताछ में फर्जीवाड़े से जुड़े कई और लोगों का नाम सामने आया है।

रुपये की मांग पर मारपीट

भुल्लनपुर निवासी निवासी पूर्व सैन्यकर्मी भरत रावत सुबह नाथूपुर रेलवे क्रॉसिंग से गुजर रहे थे। इसी दौरान डीएलडब्ल्यू इम्प्लाई विजय मिश्र सामने से आता दिखाई दिया। भरत ने उन्हें पकड़ लिया और उनके बीच बहस होने लगी। बात बढ़ते-बढ़ते मारपीट तक पहुंच गई। राहगीर मामले को समझ नहीं पाए और मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस विजय और भरत को थाने ले आयी। भरत ने विजय पर आरोप लगाया कि रेलवे में बेटे और दामाद को नौकरी दिलाने के नाम पर उसने विजय को लाखों रुपये दिए थे। न तो नौकरी मिली और न ही रुपये वापस मिले। विजय ने रुपये लेने की बात स्वीकार की लेकिन उसका कहना था कि वह भरत को रुपये लौटा चुका है।

थमाया था फर्जी नियुक्ति पत्र

इस साल की सत्ताइस जनवरी को कई युवक डीएलडब्ल्यू हॉस्पिटल में मेडिकल मुआयने के लिए पहुंचे थे। उनके हाथ में रेलवे में नौकरी का नियुक्ति पत्र था। यहां युवकों को पता चला कि नियुक्ति पत्र फर्जी हैं और उनके साथ धोखाधड़ी की गयी है। डीएलडब्ल्यू ने मंडुवाडीह थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। नौकरी के नाम पर ठगी के शिकार हुए लोगों में भरत रावत भी थे। हालांकि, उस दौरान उन्होंने विजय का नाम नहीं लिया था।