तीन डॉक्टर्स की कंप्लेन

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पेशेंट्स से इलाज के बदले पैसे मांगने, बाहर से दवाएं लेने की प्रिस्क्रिप्शन देने और मेडिसिन स्टोर में इंजेक्शन होने के बावजूद उन्हें बाहर से खरीदे इंजेक्शन देने की लगातार कंप्लेंट्स मिल रही थीं। इन शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए डीएम अभिषेक प्रकाश ने वेडनसडे को दोपहर 12.15 बजे हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन किया।  

बाहरी दवा का प्रिस्क्रिप्शन

सीएमएस डॉ। आरसी डिमरी और डिप्टी सीएमओ डॉ। मनोज शुक्ला को साथ लेकर डीएम ने ओपीडी की हालत परखनी शुरू की। इस दौरान फिजिशियन डॉ। श्री कृष्णा की ओर से एक पेशेंट को बाहर की दवा लिखने का मामला पकड़ में आया। डीएम ने बाहर से दवा लेने के प्रिस्क्रिप्शन पर सवाल पूछा तो डॉ। श्रीकृष्ण ने पेशेंट को न्यूरो प्रॉब्लम होने की बात कह उसे मल्टी विटामिंस प्रिस्क्राइब करने की दलील दी। इस पर डीएम ने हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर मेंं दवा होने के बावजूद बाहरी दवा लिखने की वजह पूछी तो डॉक्टर जवाब न दे सकें।

कमीशन का धंधा

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में पेशेंट्स की अनअवेयरनेस और भरोसे का फायदा उठाकर कमीशनखोरी का धंधा सालों से चल रहा है। ओपीडी में लगी लंबी लाइनों में जल्दी नम्बर दिलाने के नाम पर जहां पेशेंट्स को गुमराह किया जाता है। वहीं बाहर से मिलने वाली दवाओं को ज्यादा इफेक्टिव होने की बात पर पेशेंट्स को बेवकूफ बनाया जाता है। इसके बदले में पैसे लेने से लेकर कमीशन का मोटा हिस्सा पक्का करने का खेल खेला जाता है।