- परियोजनाओं की लेट लतीफी पर दिया था रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश

- एक्सईएन ने मांगी महीने भर में काम पूरा करने की मोहलत

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KAUSHAMBI( 7 March): अस्पताल और कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के निर्माण पूरा नहीं होने पर खफा जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह का गुस्सा चंद मिनट में ही काफूर हो गया। शनिवार को समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने कार्यदाई संस्था के इंजीनियरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेजने का निर्देश दिया, लेकिन एक्सईएन के मोहलत मांगने पर उन्हे माफी दे दी।

खिड़की दरवाजे हो गए चोरी

कनैली में 97 लाख की लागत का स्वास्थ केन्द्र बन रहा है। पिछले दिनों यहां लगे खिड़की और दरवाजे चोरी हो गए। निर्माण एजेंसी के जिम्मेदारों ने इसकी रिपोर्ट भी नहीं दर्ज कराया। बाद में परियोजना की लागत भी बढ़ा दी गई। इसके बाद भी तय समय पर काम पूरा नहीं हो सका। इसी तरह कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय नेवादा, चायल और सरसवां का भी निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका था। इन दोनों परियोजनाओं का काम सीेएनडीएस और पैक्सपेड के जिम्मे था।

भवन विभाग हैंडओवर होने से पहले जर्जर

समीक्षा में पाया गया कि स्कूलों के निर्माण में मानक की अनदेखी किया गया है। भवन विभाग को हैंडओवर होने के पहले ही जर्जर हो चुका है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए डीएम अखंड प्रताप सिंह ने शनिवार को दोनों कार्यदाई संस्था के अभियंता इंद्रेश यादव और चंद्र प्रकाश को बैठक से ही पुलिस को बुलाकर हिरासत में दिलाया। कोतवाल मंझनपुर को दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने का भी मौखिक निर्देश दिया। बाद में सभी को थाने से छोड़ दिया गया।

जो भी गड़बड़ी है उसे ठीक कर लिया जाएगा

इस बाबत कोतवाल मोहम्मद हासिमी का कहना है कि उन्हे लिखित में कोई शिकायत नहीं मिली है। वहीं जिलाधिकारी ने बताया कि कार्यदाई संस्था के एक्सईएन ने आश्वासन दिया है कि जो भी गड़बड़ी है वह जल्द ही ठीक कर लेंगे। इसके अलावा उन्होने निर्माण कार्य जल्द पूरा करने का भरोसा दिया है। इसी वजह से सभी को छुड़वा दिया गया है।