केवल तीन निजी स्कूलों ने डीआईओएस को सौंपी है रिपोर्ट

प्रशासन ने एक सप्ताह के अंदर मांगा था फीस बढ़ोत्तरी का ब्यौरा

आदेश का पालन नहीं करने वाले स्कूलों को थमाएंगे नोटिस

allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: प्रदेश को सुशासन का यकीन दिलाने वाली योगी सरकार की सख्ती निजी स्कूलों को रास नहीं आ रही है। अब तक महज तीन स्कूलों ने प्रशासन को अपनी फीस बढ़ोतरी का ब्यौरा सौंपा है।

रविवार तक का था समय

सीएम आदित्यनाथ योगी के आदेशानुसार जिला प्रशासन ने जिले के तमाम निजी स्कूलों को एक सप्ताह का समय दिया था। इसमें कहा गया था कि इस साल की गई फीस वृद्धि का ब्यौरा और यह किस नियम के तहत बढ़ाई गई, इसकी जानकारी दें। इसके अलावा अभिभावकों द्वारा स्कूलों में कापी-किताब और ड्रेस की खरीद में की जा रही मनमानी पर भी रोक लगाने के लिए जानकारी तलब की गई थी। यह रिपोर्ट निजी स्कूलों को रविवार तक प्रशासन के सामने पेश करनी थी। लेकिन केवल तीन स्कूलों ने ही ब्यौरा पेश किया। बाकी निजी स्कूलों पर शासन और प्रशासन की सख्ती का कोई असर नही पड़ा है।

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गौरतलब है कि इस साल एक अप्रैल से नया सेशन शुरू हो चुका है। निजी स्कूलों ने फिर मनमानी फीस वृद्धि की है। कापी किताबों और ड्रेस समेत अन्य मदों का खर्च भी बढ़ा दिया गया है। मजबूरन अभिभावकों ने स्कूलों के खर्च की अदायगी भी करनी शुरू कर दी है।

चार सदस्यीय कमेटी करेगी फैसला

डीएम संजय कुमार ने स्कूलों की मनमानी के खिलाफ लगाम लगाने के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया था। इसमें एडीएम एफआर के नेतृत्व में कोषाधिकारी, बीएसए और डीआईओएस को शामिल किया गया था। इस कमेटी को स्कूलों की रिपोर्ट के आधार पर फैसला करना था। लेकिन जब महज तीन स्कूलों ने रिपोर्ट दी है तो किसी निष्कर्ष पर पहुंचना मुश्किल होगा। अब कमेटी को तय करना होगा कि स्कूलों की मनमानी से कैसे निपटा जाए।

हमने स्कूलों को फीस वृद्धि समेत अन्य मामलों पर जानकारी सौंपने को कहा था। अभी तक तीन स्कूलों ने ही अपनी रिपोर्ट सौंपी है।

कोमल यादव, डीआईओएस

अगर स्कूल रिपोर्ट नहीं सौंपते हैं तो उनको नोटिस जारी की जाएगी। अभी हमे डीआईओएस से मिलने वाली रिपोर्ट का इंतजार है।

दयाशंकर पांडेय, एडीएम एफआर