5 लाख 40 हजार घर शहर में

110 वार्ड नगर निगम में

1300 मीट्रिक टन कूड़ा डेली निकलता शहर में

70 से 75 फीसदी सूखा कूड़ा निकलता एक घर से

- सूखे कूड़े की समस्या के निस्तारण की तैयारी

- हर जोन में खुलेंगे दो एमआरएफ सेंटर, निगम लगाएगा रेट चार्ट

abhishekmishra@inext.co.in

LUCKNOW घरों से निकलने वाले सूखे कूड़े के बेहतर निस्तारण के लिए नगर निगम की ओर से अनोखा कदम उठाने की तैयारी हो रही है. इस कदम के अंतर्गत नगर निगम की ओर से खुद कबाडि़यों के माध्यम से घरों से निकलने वाले सूखे कूड़े को खरीदने की तैयारी की जा रही है. वहीं गीले कचरे को घर-घर जाकर लेने की व्यवस्था पहले की तरह लागू रहेगी. जल्द ही यह योजना लागू की जाएगी.

इसलिए पड़ी जरूरत

घरों से कूड़ा कलेक्शन की जिम्मेदारी ईकोग्रीन कंपनी के पास है. अक्सर शिकायतें मिलती हैं कि घरों से डेली कूड़ा कलेक्ट नहीं होता, जिससे सड़क किनारे या फिर खाली प्लॉट में कूड़ा फेंकना पड़ता है. घरों से सूखा कूड़ा अधिक निकलता है, इसका निस्तारण ठीक से करना जरूरी है. इसे ध्यान में रखते हुए यह प्लानिंग की जा रही है.

ताकि कम हो बोझ

घरों से गीले से अधिक सूखा कूड़ा बाहर आता है. निगम प्रशासन का प्रयास है कि सूखे कूड़े का मौके पर ही निस्तारण हो. एक तरफ तो निगम प्रशासन की ओर से कबाडि़यों के माध्यम से घरों से निकलने वाले सूखे कूड़े को खरीदा जाएगा, वहीं घर-घर जाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है कि सूखे कूड़े को वह खुद किस तरह निस्तारित कर सकते हैं.

यह है योजना

निगम की ओर से कूड़ा खरीदने के लिए हर वार्ड या जोन में दो-दो एमआरएफ सेंटर बनाए जाएंगे. यहां जाकर कोई भी व्यक्ति घर से निकला सूखा कूड़ा बेच सकेगा.

निगम तय करेगा रेट

अब सवाल यह उठता है कि लोग सेंटर में जाकर कूड़ा क्यों बेचेंगे. इसके लिए निगम की ओर से प्लानिंग की जा रही है कि गलियों से गुजरने वाले कबाडि़यों के रेट से सेंटर्स में रेट अधिक रखे जाएंगे. जिससे लोग यहां आकर घरों का सूखा कूड़ा दें.

कबाड़ी हो रहे चिन्हित

इस व्यवस्था को जल्द शुरू करने के लिए निगम प्रशासन की ओर से हर जोन में कबाडि़यों को चिन्हित करने के प्रयास शुरू हो गए हैं. जिन कबाडि़यों को सेंटर्स की जिम्मेदारी दी जाएगी, उनका बकायदा निगम में रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा. जिससे वह कोई खेल न कर सकें.

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नहीं है कोई विकल्प

निगम प्रशासन के पास सूखे कूड़े के निस्तारण का दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है. समय के साथ घरों से निकलने वाले सूखे कूड़े का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. जिससे उसके निस्तारण में समस्या आ रही है. कबाडि़यों के माध्यम से कूड़ा खरीदने के बाद निगम की ओर से तीन से चार तरीकों से कूड़े का निस्तारण कराया जाएगा.

वर्जन

सूखे कूड़े के उचित निस्तारण के लिए यह प्लानिंग की जा रही है. निश्चित रूप से इस कदम से अच्छा रिस्पांस सामने आएगा. जल्द ही इस योजना को लागू किया जाएगा.

डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त