-बिहार सरकार और बीएआरसी के बीच हो चुकी है बात

shambhukant.sinha@inext.co.in

PATNA: जल्द ही बिहार में भी न्यूक्लियर रिएक्टर शुरू किया जाएगा। देश भर में 22 न्यूक्लियर रिएक्टर है। इससे न्यूक्लियर एनर्जी का उत्पादन होता है। इसके ऑपरेशनल होते ही यह देश का 23वां न्यूक्लियर रिएक्टर होगा। सबसे खास बात यह है कि बिहार जहां बिजली उत्पादन के लिए प्राकृतिक संसाधनों की कमी है और घनी आबादी वाले प्रदेश में जगह की भी कमी है, ऐसे में यह इन दोनों समस्याओं का सटीक जवाब होगा। भाभा एटामिक रिसर्च सेंटर के सीनियर साइंटिस्ट अनादि सिन्हा ने डीजे आई नेक्स्ट को एक्सक्लूसिव जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बाबत बिहार सरकार और भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर (बीएआरसी) के बीच दो बार चर्चा हो चुकी है। इस संबंध में सचिव स्तर पर बात दोनों पक्षों की बात हुई है।

लोकेशन होगा तय

अभी यह तय नहीं हुआ है कि रिएक्टर कहां लगाया जाएगा। अनादि सिन्हा ने बताया कि अब तक प्राय: नए रिएक्टर पहले से लगे रिएक्टर के आस- पास ही चालू किये जाते थे। क्योंकि यह काम आसान होता है। नए स्थान पर इसे शुरू करने के लिए काफी तैयारी करनी पड़ती है।

पॉल्यूशन की टेंशन नहीं

खास बात यह है कि जहां ऊर्जा उत्पादन के लिए उस प्लांट से निकलने वाला ढेर सारा कचरा पर्यावरण के लिए बड़ी चुनौती होता है। वहीं न्यूक्लियर रिएक्टर से ऊर्जा उत्पादन में कोई प्रदूषण नहीं होता है। खास बात यह है कि जहां भी न्यूक्लियर रिएक्टर लगाया जाता है उसके संचालन, रख-रखाव और प्रदूषण से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेग्यूलेटरी बॉडी के माध्यम से किया जाता है। बिहार में इसके शुरू होने से यह बड़ी राहत की बात होगी क्योंकि पटना समेत अन्य जिले भारी प्रदूषण की मार झेल रहे हैं।

क्या आप जानते हैं

यूं तो न्यूक्लियर रिएक्टर से प्रदूषण नहीं के बराबर होता है। बीएआरसी के सीनियर साइंटिस्ट कवींद्र पाठक ने बताया कि आज के समय में यह तेजी से उभरता हुआ एनर्जी फील्ड है। पूरी दुनिया में मात्र11 प्रतिशत और भारत अपनी जरूरत का करीब साढे़ तीन प्रतिशत न्यूक्लियर पावर का जेनरेशन कर रहा है। वर्तमान समय में यूनाइटेड नेसंस के वीटो पावर प्राप्त पांच देश और पाकिस्तान न्यूक्लियर पावर संपन्न देश है।