केजीएमयू के डॉ। सूर्यकांत को विज्ञान गौरव पुरस्कार

- विज्ञान पुरस्कारों में केजीएमयू चमका, सीएम अखिलेश यादव करेंगे सम्मानित

- केजीएमयू के डॉ। एसएन कुरील व डॉ। अभिजीत चंद्रा और रेलवे हॉस्पिटल के डॉ। सलिल टंडन को विज्ञान रत्न पुरस्कार

- बोर्ड परीक्षाओं में विज्ञान में सर्वाधिक अंक पाने वाले 3023 विद्यार्थी भी होंगे सम्मानित

LUCKNOW: केजीएमयू के डॉक्टर्स ने एक बार फिर परचम लहराया है। केजीएमयू के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के हेड डॉ। सूर्यकांत विज्ञान गौरव पुरस्कार से नवाजे जाएंगे, जबकि लखनऊ के ही तीन अन्य डॉक्टर डॉ। सलिल टंडन (रेलवे हॉस्पिटल), डॉ। अभिजीत चंद्रा (केजीएमयू) और डॉ। शिव नारायन कुरील (केजीएमयू) को विज्ञान रत्न पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह जानकारी शुक्रवार को विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी मंत्री नारद राय ने दी। इनके अतिरिक्त अन्य सभी पुरस्कार विजेताओं को सीएम अखिलेश यादव शनिवार को अपने आवास पर होने वाले सम्मान समारोह में सम्मानित करेंगे।

पांच गुना बढ़ाई पुरस्कार राशि

वर्ष 2013-14 के विज्ञान पुरस्कारों की घोषणा करते हुए राय ने बताया कि पुरस्कार राशि को पूर्व घोषणा के अनुसार इस बार बढ़ाकर पांच गुना कर दिया गया है। इस बार पांच-पांच युवा व बाल वैज्ञानिकों को भी सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा पांच विज्ञान शिक्षकों के साथ किसान मजदूरों को भी पुरस्कृत किया जाएगा, जिन्होंने अपने क्षेत्र में नवीन कार्य किए हैं। बोर्ड परीक्षाओं में विज्ञान विषयों में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के 3023 छात्र-छात्राओं को भी दस-दस हजार रुपये देकर सम्मानित किया जाएगा।

महानगरों में बनेंगे मिनी साइंस पार्क

मंत्री नारद राय ने बताया कि प्रदेश के सभी महानगरों में मिनी साइंस पार्क डेवलप किए जाएंगे। इनमें केजी से लेकर 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए साइंस को समझने से संबंधित सभी एक्विपमेंट लगाए जाएंगे। इनमें छात्र स्वयं जाकर साइंस को समझ सकेंगे और अनुभव कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सैफई व बलिया में एक माह के अंदर ऐसे साइंस पार्क विकसित कर लिए जाएंगे। इससे प्रदेश में वैज्ञानिक माहौल तैयार करने में मदद मिलेगी। कानपुर के रूमा में सात एकड़ की जमीन पर साइंस पार्क बनाया जाएगा।

जनेश्वर पार्क व रिवर फ्रंट में खगोलीय दुनिया का नजारा

साइंस मिनिस्टर ने बताया कि जनेश्वर मिश्र पार्क और गोमती रिवर फ्रंट में खगोलीय गतिविधियों के नजारों को दिखाने के लिए एक्विपमेंट लगाए जाएंगे। दोनों ही स्थानों पर 4 से 6 बड़े टेलीस्कोप लगाए जाएंगे। जिनमें सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण, ग्रह पारगमन जैसी खगोलीय घटनाओं को दिखाया जाएगा। इसके अलावा दोनों ही जगहों पर रात्रि दर्शन भी कराए जाएंगे। हर माह में 4 से 5 बार इनका आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा सेकेंड फेज में आर्बिटरी ओर जंतर मंतर भी प्रस्तावित हैं। सीएम से अप्रूवल मिलते ही एक माह के अंदर इन्हें शुरू कर दिया जाएगा।

इन्हें मिलेगा सम्मान

यंग साइंटिस्ट सम्मान

डॉ। एके तिवारी, डॉ। मयंक सिंह, डॉ। सुधाकर श्रीवास्तव, डॉ। तारिक आफताब, डॉ। वहाजुद्दीन

बाल वैज्ञानिक सम्मान

आयुष्मान बाजपेई (रायबरेली), प्रांजुल मिश्रा (कानपुर), सिद्धार्थ गुप्ता (कानपुर) व अवनि गंगवार (फर्रुखाबाद), सूर्याक दीक्षित (कानपुर)।

विज्ञान शिक्षक सम्मान

आलोक गोयल, डॉ.घनश्याम सिंह, संजय शर्मा, बीना मिश्रा व सुशील कुमार पांडेय।

नवअन्वेषक सम्मान

डॉ। जितेंद्र राव (केजीएमयू), डॉ। रमेश कुमार श्रीवास्तव, मो। अबरार, राम सजीवन, नव कुमार अवस्थी।

इनोवेशन अवॉर्ड

आनंद कुमार पांडेय, हसन रजा खां, वंश चतुर्वेदी, हामिद हुसैन, रमेश कुमार मौर्या।