-बीआरडी का मामला के न्यूरो सर्जरी विभाग का मामला

-संविदा न्यूरो सर्जन का एक्सटेंशन न होने से ओपीडी ठप

-ट्रामा सेंटर व न्यूरो मरीज की मुश्किलें बढ़ीं

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में न्यूरो विभाग के अध्यक्ष की मनमानी से मरीजों की परेशानी बढ़ गई। विभाग में संविदा पर तैनात एक मात्र न्यूरो सर्जन का एक्सटेंशन नहीं करने से ओपीडी की व्यवस्था पूरी तरह ठप है। वहीं, ट्रामा सेंटर में आने वाले न्यूरो सर्जरी के पेशेंट्स को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पेशेंट्स की दिक्कतों और भीड़ को देखते हुए विभागं और कॉलेज के कुछ जिम्मेदारों ने प्रिंसिपल से भी बात की, लेकिन मामले में कुछ होता नहीं दिख रहा है, जिससे हर रोज सैकड़ों मरीज बिना इलाज के ही लौट रहे हैं।

न्यूरो विभाग में पेशेंट्स की भारी भीड़ और डॉक्टर के अभाव को देखते हुए एक वर्ष पहले संविदा पर न्यूरो सर्जन की तैनाती की गई थी। 27 जनवरी 2016 को पीजीआई के न्यूरो सर्जन डॉ। मुकेश शुक्ला ने मेडिकल कॉलेज में कार्यभार संभाला था। इनके आने से मरीजों को काफी राहत मिली। वे ओपीडी से लेकर ट्रामा सेंटर में आने वाले एक्सीडेंटल पेशेंट्स का इलाज कर रहे थे। 27 जनवरी 2017 को उनका कार्यकाल पूरा हो गया। उन्होंने अपना कार्यकाल बढ़ाने के लिए आवेदन किया था, लेकिन न्यूरो विभाग के अध्यक्ष ने एक्सटेंशन देने से मना कर दिया है। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने उनको फोन कर डॉक्टर का एक्सटेंशन न करने का कारण पूछा तो उन्होंने फोन काट दिया।

वर्जन

मैंने शासन को पत्र भेजा है। जवाब आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

डॉ। विजय शंकर मौर्या, न्यूरो विभागाध्यक्ष बीआरडी मेडिकल कॉलेज

विभागाध्यक्ष की ओर से एक्सटेंशन की स्वीकृति नहीं दी गई है। इस वजह से मरीजों के इलाज में दिक्कत हो रही है। विभागाध्यक्ष के छुट्टी पर जाने से ट्रामा सेंटर व ओपीडी दोनों प्रभावित होती है। संस्तुति कर डीजीएमई को पत्र भेजा गया है। जल्द ही समस्या दूर कर ली जाएगी।

डॉ। राजीव मिश्रा, प्रिंसिपल बीआरडी मेडिकल कॉलेज