- कांफ्रेंस के बीच में पहुंचे डॉ। अमरकांत झा अमर ने सफाई में दिए कई तरह के तर्क

- डॉक्टर्स एसोसिएशन आईएमए और भासा ने डॉ। झा के पक्ष में दिखाए तल्ख तेवर

PATNA : चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ। अमरकांत झा अमर पर ख्ब् वर्षीया युवती ने छेड़छाड़ का जो आरोप लगाया उसके बाद उन्हें देर रात पुलिस ले गई थी। मामला जब गरमाया तो डॉक्टरों के संगठन आईएमए और भासा ने बैठक की। पूरे दिन की माथापच्ची के बाद चार बजे प्रेस कांफ्रेंस बुलाया गया। प्रेस कांफ्रेस में आईएमए और भासा के पदाधिकारियों ने डॉ अमरकांत झा अमर के पक्ष में कई तर्क दिए।

बीच में ही पहुंचे डॉ अमर

प्रेस कांफ्रेंस चल ही रहा थी कि इसी बीच आरोपित डॉक्टर अमरकांत झा अमर भी पहुंचे। देर तक उन्होंने अपनी सफाई दी। सफाई देने के क्रम में उन्होंने पुलिस, प्रेस और हंगामा करने वली पब्लिक तीनों को एक साथ निशाने पर लिया। बोलते-बोलते वे यहां तक कह दिए कि उस युवती के चेहरे को देख कोई पुरुष गलत करने की भी नहीं सोच सकता है। पूरे मामले को पीएमसीएच कीएक लॉबी की राजनीतिक हरकत साबित करने की कोशिश भी की। यह भी कहा कि खास समुदाय के लोगों ने युवती को उकसाया और साथ ही हंगामेबाजी की। वे बार-बार कहते रहे कि पुलिस ने उन्हें बताया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया। दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि उनकी अरेस्टिंग हुई थी।

डॉ। अमरकांत झा अमर पर लगाए गए आरोप में जान नहीं है। पुलिस के पास भी पर्याप्त सबूत नहीं हैं। हम मीडिया ट्रायल की भ‌र्त्सना करते हैं। अगर न्याय नहीं किया गया तो स्वास्थ्य सेवा को ठप करेंगे।

- डॉ। अजय कुमार, संयोजक, बिहार राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ

डॉ। झा को षड्यंत्र के तहत एक महिला मरीज के गलत आरोप में फंसाए जाने की हम घोर भ‌र्त्सना करते हैं। भविष्य में महिला मरीजों के इलाज के लिए कारगर प्रोटोकॉल तय किया जाए अन्यथा राज्य के मेल डॉक्टर सरकारी और प्राइवेट चिकित्सा संस्थानों में महिला मरीजों का इलाज नहीं करने पर मजबूर होंगे। डॉ। झा को न्याय नहीं मिला तो हम राज्य की संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा को ठप करने पर विचार करेंगे।

- डॉ। राजीव रंजन प्रसाद, अध्यक्ष, आईएमए

सवाल जो हैं कायम हैं

सवाल नंबर क्

सवाल यह है कि अमरकांत झा अमर सच बोल रहे हैं या आरोप लगाने वाली युवती सच बोल रही है?

सवाल नंबर ख्

जिस स्थान पर लड़की ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है उस स्थान पर सीसीटीवी कैमरा लगा था क्या? कैमरा था तो उसमें कैद विजुअल क्या बोल रहे हैं? कैमरा नहीं है तो ये भी सवाल है कि कैमरा क्यों नहीं है? इससे दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।

सवाल नंबर फ्

यह कहना कितना सही है कि उस लड़की का चेहरा ऐसा था कि कोई पुरुष उसके साथ गलत करने की नहीं सोच सकता।

सवाल नंबर ब्

प्रेस कांफ्रेंस में डॉक्टर अमरकांत झा अमर ने कहा कि पुलिस ने उनके साथ बहुत अच्छा सलूक किया। दाढ़ी बनाने का सामान और बाकी सुविधाएं भी दी गई। इसमें कितनी सच्चाई है यह पुलिस जाने और कितना सही है यह भी वही जाने।

सवाल नंबर भ्

अभी मामले में पूरा अनुसंधान बाकी है। दूसरी तरफ डॉक्टर संगठन ने कहा है कि न्याय नहीं हुआ तो स्वास्थ्य सेवा ठप करेंगे। साथ ही यह भी कहा कि आरोप में जान नहीं है, पुलिस के पास भी पर्याप्त सबूत नहीं है। सवाल है कि इतनी जल्दबाजी में क्यों ये सब कहा जा रहा है? पूरे राज्य की स्वास्थ्य सेवा को ठप करने की धमकी या दबाव देना कितना सही है।