- डॉक्टर से मारपीट और धमकी के मामले में एचसीपी सस्पेंड

- तहरीर के अनुसार रिपोर्ट नहीं लिखने पर किया गया सस्पेंशन

- एसएसपी के सामने काफी देर तक गिड़गिड़ाता रहा एचसीपी

Meerut: मेडिकल थाने के एक एचसीपी को रिपोर्ट सही धाराओं में दर्ज नहीं करने का खामियाजा भुगतना पड़ा। एसएसपी ने हॉस्पिटल के डॉक्टर्स की शिकायत पर एचसीपी को ऑफिस में तलब किया। जहां एक हॉस्पिटल में तोड़फोड़ के मामले में डॉक्टर्स की तहरीर के अनुसार शिकायत दर्ज नहीं करने के चलते एचसीपी को सस्पेंड कर दिया गया। एसएसपी के सामने एचसीपी इस गलती को आखिरी गलती कहकर गिड़गिड़ाता रहा, लेकिन एसएसपी ने उसको सस्पेंड करके ही छोड़ा।

यह है मामला

गढ़ रोड पर स्थित एसएम हॉस्पिटल के डॉक्टर ने थाना मेडिकल में रविवार की रात तहरीर दी थी। जिसमें आरोप था कि यूनिवर्सिटी के कुछ युवकों ने अस्पताल में घुसकर तोड़फोड़ की और तमंचा दिखाकर मारने की धमकी दी। इसके चलते थाने में संबंधित तहरीर पर एनसीआर दर्ज कर ली गई। वहीं इस अस्पताल के डॉक्टर रविवार को एसएसपी ऑफिस पहुंच गए। जहां उन्होंने एसएसपी से तहरीर के अनुसार रिपोर्ट दर्ज नहीं करने की शिकायत की। साथ ही आरोपी युवकों पर अस्पतालों से वसूली करने का आरोप लगाया।

अब ये हुआ

एसएसपी ने शिकायत सुनते ही एसओ मेडिकल को फोन करके इस बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही जिस मुंशी ने रिपोर्ट लिखी थी उसको अपने ऑफिस में बुला लिया। यह मुंशी एचसीपी विनोद त्यागी था। जिसको ऑफिस में आते ही एसएसपी ने आड़े हाथों ले लिया। जिसमें एसएसपी का कहना है कि तुमने इस केस में शिकायत के अनुसार केस दर्ज क्यों नहीं किया। साथ ही एनसीआर दर्ज करने के बजाय मुकदमा क्यों नहीं लिखा। इस पर हैड कांस्टेबल ने कहा कि जो इन लोगों ने लिखकर दिया था उसी के आधार पर एनसीआर दर्ज कर ली गई। जिसमें केवल भ्0म् और ब्ख्7 बनती है।

एक सप्ताह के लिए सस्पेंड

इस पर एसएसपी ने हड़काते हुए कहा कि तुम पहले जांच करोगे और फिर केस दर्ज करोगे। क्या पहले केस दर्ज करके जांच नहीं कर सकते। एसएसपी ने एसओ मेडिकल से बात करते हुए चेतावनी दे दी, अब इस मुंशी को सस्पेंड कर रहा हूं अगले चौबीस घंटे में तुम्हारा नंबर हो सकता है। काम सही से करो। जैसे ही मुंशी को सस्पेंड किया गया वह एकदम परेशान हो गया। काफी देर तक एसएसपी से अपनी आखिरी गलती मानते हुए सस्पेंड नहीं करने की गुहार लगाई। सस्पेंड करने पर मुंशी ने अपनी वर्दी के अंदर से पेंशन पर जाने का पत्र एसएसपी को थमा दिया। जिस पर एसएसपी ने उसको पेंशन पर जाने के लिए निर्देश भी दे दिए। इसके बाद मुंशी वहां खड़ा काफी देर तक विनती करता रहा। आखिर में एसएसपी ने उसको अगले सात दिनों के लिए सस्पेंड करने के निर्देश दिए।