- आनंदलोक हॉस्पिटल में पेशेंट की मौत, तोड़-फोड़

- लापरवाही का आरोप लगा पब्लिक ने किया सोनौली हाइवे जाम

GORAKHPUR : 'साहब मेरी मां को पथरी की शिकायत थी। प्रॉब्लम बढ़ने पर हमने ख्9 जून को उन्हें आनंदलोक रिमेडियल रिसर्च सेंटर में एडमिट कराया। अगले दिन डॉक्टर ने ऑपरेशन किया और पांच दिन बाद मां डिस्चार्ज होकर घर आ गई। बाद में उन्हें ऑपरेशन वाली जगह पर पस बनने की शिकायत हुई तो हम उन्हें वापस हॉस्पिटल ले गए। डॉक्टर्स ने दोबारा ऑपरेशन किया। ऑपरेशन के दौरान उन्होंने मेरी मां की किडनी निकाल ली है। जिसकी वजह से मेरी मां की मौत हुई है.' ये आरोप है उस बेटे का, जिसने अपनी मां के इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ी। मंडे को जब उसकी मां ने आखिरी सांस ली, तो उससे रहा नहीं गया और उसने हॉस्पिटल पर इलाज में लापरवाही बरतने और किडनी चुराने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया है। पूरा मामला है गोरखनाथ एरिया के आनंदलोक रिमेडियल रिसर्च सेंटर का, जहां मंडे को महिला की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया और तोड़-फोड़ की। पुलिस ने मृतका के बेटे की तहरीर पर डॉ। आनंद अग्रवाल और सहयोगी टीम के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हालांकि देर रात तक पोस्टमॉर्टम न होने से महिला की किडनी गायब है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।

किडनी में पथरी की शिकायत पर कराया था एडमिट

करीब भ्0 साल की मतीजिन उर्फ शाबिया खातून को किडनी में पथरी की शिकायत थी। फैमिली मेंबर्स ने ख्9 जून को महिला को हॉस्पिटल में एडमिट कराया। फ्0 जून को डॉक्टर ने ऑपरेशन किया। पांच दिन बाद महिला को डिस्चार्ज करके घर भेज दिया गया। ऑपरेशन वाली जगह पर पस बनने की शिकायत हुई तो उसे दोबारा हॉस्पिटल ले जाया गया। डॉक्टरों ने महिला का उपचार करने के दौरान दोबारा ऑपरेशन किया, लेकिन हालत में सुधार नहीं हुआ। आरोप है कि अस्पताल के कर्मचारी महिला को डिस्चार्ज कराने का दबाव बनाने लगे। हालत बिगड़ने पर सिटी के एक फेमस नर्सिग होम में महिला को ले जाया गया। महिला के फैमिली मेंबर्स का कहना है कि उन लोगों ने दोबारा आनंदलोक ले जाने को कहा। महिला को आनंदलोक में एडमिट कराया गया लेकिन इलाज में लापरवाही से मंडे दोपहर उसकी मौत हो गई।

चुरा ली पेशेंट की किडनी!

महिला की मौत की सूचना पाकर मोहल्ले के लोग जमा हो गए। लोगों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि किडनी गायब कर दी गई है। पुलिस-प्रशासन के अफसरों के सामने फैमिली मेंबर्स का कहना था कि डॉक्टरों ने दोबारा आपरेशन के दौरान महिला की किडनी चुरा ली। इसके बारे में जब डॉक्टर्स से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि खराब होने की वजह से किडनी निकालना जरूरी था। इलाज में लापरवाही और किडनी चुराने की बात जंगल में आग की तरह फैली।

और होने लगा हंगामा

आनंदलोक रिमेडियल रिसर्च सेंटर गोरखनाथ में एडमिट मोहम्मद हलीम की पत्‍‌नी मतीजिन बानो की मौत पर बवाल हो गया। चिलुआताल के नकहा नंबर दो, घोषीपुरवा के लोगों ने इलाज में लापरवाही और किडनी चोरी का आरोप लगाकर हॉस्पिटल घेर लिया। गुस्साई पब्लिक ने डॉक्टर आनंद अग्रवाल के खिलाफ कार्रवाई और हॉस्पिटल सीज करने की मांग को लेकर गोरखपुर सोनौली हाइवे जाम कर दिया। करीब तीन घंटे तक आवागमन ठप रहा। मामले की जानकारी पाकर पुलिस प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच गए। अचानक उग्र हुई भीड़ ने हॉस्पिटल में आईसीयू सहित अन्य जगहों पर तोड़फोड़ की। लोगों ने बताया कि यहां आए दिन बवाल होता है। एक साल के भीतर करीब आधा दर्जन घटनाएं हो चुकी हैं।

नेताओं के समझाने पर माने, फिर अचानक हुई तोड़फोड़

हाइवे जाम की सूचना पर डिप्टी मेयर जियाउल इस्लाम, अमरेंद्र निषाद, केसी पांडेय सहित कई नेता और पदाधिकारी पहुंच गए। उन लोगों ने पब्लिक को समझा बुझाकर शांत कराया। दोपहर करीब साढ़े क्ख् बजे जाम कर रहे लोगों को समझाने की कोशिश हुई। बातचीत से मामला सुलझ पाता, इसके पहले कुछ युवकों ने अचानक हॉस्पिटल में तोड़फोड़ शुरू कर दी। इससे मरीजों में भगदड़ मच गई। कई लोग मामूली रूप से घायल हो गए। पांच से अधिक एडमिट पेशेंट अचानक हॉस्पिटल छोड़कर चले गए। पहले से भर्ती पेशेंट और उनके तीमारदारों ने कहा कि डॉक्टरों की टीम सुबह से नहीं आई है।

पहले भी दर्ज हुए हैं मुकदमे

महिला के बेटे मुश्ताक अहमद की तहरीर पर डॉ। आनंद अग्रवाल और सहयोगी टीम के सदस्यों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या, धोखाधड़ी और मानव अंग प्रत्यारोपण की धाराओं में केस दर्ज करके पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उधर देर रात हॉस्पिटल मैनेजर वीर सिंह सोनकर ने तोड़फोड़ सहित कई आरोप लगाते हुए तहरीर दी। पुलिस ने बताया कि इसके पहले भी आनंदलोक हॉस्पिटल में लापरवाही, मरीज की मौत पर बवाल हो चुका है। ऐसे मामलों में ख्0क्0, ख्0क्क्, ख्0क्ख् और ख्0क्ब् में केस दर्ज कराया जा चुका है। एक महिला के आरोप पर हॉस्पिटल को क्षतिपूर्ति का आदेश जिला उपभोक्ता फोरम की तरफ से दिया गया था।

मृतका के परिजनों की तहरीर पर सीएमओ के परमिशन से आरोपी डॉक्टर उनके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आनंदलोक हॉस्पिटल की प्रशासनिक जांच कराई जाएगी। मृतका का पोस्टमार्टम डॉक्टरों का पैनल करेगा जिसकी वीडियोग्राफी होगी।

ब्रदीनाथ सिंह, एडीएम सिटी

लापरवाही से महिला की मौत, धोखाधड़ी करने और किडनी निकालने की आरोप का मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के साथ आगे की कार्रवाई होगी।

परेश पंाडेय, एसपी सिटी

मामले की जांच के लिए पैनल बनाया गया है। डॉक्टरों का पैनल महिला का पोस्टमार्टम करेगा। इस दौरान वीडियोग्राफी के निर्देश दिए गए हैं। मामले की जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।

रंजन कुमार डीएम

अस्पताल में तोड़फोड़ करने वाले वीडियो फुटेज में हैं। यह फुटेज पुलिस-प्रशासन को देकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। महिला के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं हुई है। डॉक्टर ने महिला का बेहतर ढंग से उपचार किया।

वीर सिंह सोनकर, मैनेजर, आनंदलोक हॉस्पिटल

पहली जांच में दो ऑपरेशन किए जाने की पुष्टि हो रही है, लेकिन पूरा मामला संदिग्ध है। इसलिए बिना पूरी जांच के कुछ नहीं कहा जा सकता है।

डॉ। आरपी गुप्ता, सीएमओ