- जिला अस्पताल की इमरजेंसी में हुआ था विवाद

- इमरजेंसी ठप कर हड़ताल पर चले गए थे डॉक्टर

Gorakhpur@inext.co.in
GORAKHPUR: जिला अस्पताल की इमरजेंसी में विवाद के बाद घंटों चला ड्रामा दर रात समाप्त हो गया। सिपाहियों और तीमारदारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की जिद पर अड़े डॉक्टर मान गए। पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के हस्तक्षेप से मामला शांत करा दिया गया। रात में करीब दो बजे कोतवाली थाना पर चली पंचायत में सुलह-समझौता करके डॉक्टर्स काम पर लौट गए। कोतवाल गिरजेश तिवारी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच मान-मनौव्वल हो गई।

इमरजेंसी में डॉक्टर से हुई मारपीट
सोमवार रात बेलीपार एरिया के जवाहरचक में दो पक्षों के बीच विवाद हुआ था। रात में करीब साढ़े नौ बजे हुई मारपीट में एक युवक सिर में चोट लगने से घायल हो गया। नौसढ़ पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मचारी उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। ईएमओ डॉ। एपी सिंह ने युवक को मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। लेकिन उपचार की बात को लेकर इमरजेंसी में विवाद शुरू हो गया। आरोप है कि सिपाहियों और कुछ अन्य लोगों ने डॉक्टर को पीट दिया। इसके बाद माहौल गरम हो गया। डॉक्टरों ने इमरजेंसी ठप कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

वीडियो वायरल होने पर शांत हुआ मामला
डॉक्टर्स के प्रदर्शन के दौरान एक बुजुर्ग महिला की हालत बिगड़ गई। पुलिस की मदद से परिजन उसे मेडिकल कॉलेज ले गए। मौके पर पहुंचे पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने मामला शांत कराने का प्रयास किया। उसी बीच एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें डॉक्टर और कर्मचारी भीड़ में सिपाहियों को पीटते हुए दिखाई दे रहे थे। वीडियो के सामने आने के बाद मामला बढ़ने लगा। इमरजेंसी ठप होने से मरीज सांसत में पड़ गए। इसको देखते हुए दोनों पक्षों को कोतवाली बुलाया गया। रात में ही दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लिया जिसके बाद डॉक्टर्स काम पर लौट आए।

वर्जन

जिला अस्पताल में हुए विवाद को थाने पर सुलझा लिया गया। दोनों पक्षों के बीच आपसी सहमति बनने पर मामला शांत हुआ। इसके बाद डॉक्टर्स काम पर लौट गए।

- गिरजेश तिवारी, कोतवाल