- जिला अस्पताल का मामला, महिला की बच्चेदानी का किया जाना था ऑपरेशन

- डॉक्टर व कर्मचारी पर पैसा मांगने का आरोप, मना करने पर ओटी से निकाला बाहर

GORAKHPUR: स्वास्थ्य विभाग व्यवस्था सुधर जाने के लाख दावे करे लेकिन जिला अस्पताल के जिम्मेदारों की कारिस्तानियां किरकिरी करा ही देती हैं. एक बार फिर ऐसा ही शर्मसार करने वाला वाकया सामने आया है. महिला मरीज के परिजनों ने जिला अस्पताल में ऑपरेशन के नाम पर वसूली का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि मरीज को ओटी में ले जाने के बाद डॉक्टर व कर्मचारी ने पैसे की डिमांड कर दी. विरोध करने पर ऑपरेशन थिएटर से बाहर निकाल दिया गया. परिजनों ने जिला अस्पताल के एसआईसी और डीएम से शिकायत कर प्रकरण की जांच कराने की मांग की है.

बच्चेदानी का होना था ऑपरेशन

बस्ती जिले के कलवारी थाना एरिया के भेडि़या गांव के स्व. ओम प्रकाश सिंह की पत्‍‌नी विद्यावती देवी की कुछ दिन पूर्व तबियत बिगड़ गई. परिजनों ने उन्हें जिला अस्पताल के सर्जरी विभाग की ओपीडी में डॉक्टर से दिखाया. डॉक्टर ने जांच करने के बाद बच्चेदानी का ऑपरेशन करने की सलाह दी. बीते गुरुवार को मरीज का ऑपरेशन होना था. आरोप है कि असिस्टेंट अजय कुमार चौधरी ने ओटी में मरीज को ले जाने के बाद ऑपरेशन के नाम पांच हजार रुपए की डिमांड की. उस समय तीमारदार के पास पैसा न होने के कारण ऑपरेशन की डेट बढ़ाकर शनिवार का दिन रख दिया गया. तीन दिनों से ऑपरेशन का इंतजार कर रहे विद्यावती का बेटा अनुराग सिंह ने जिला अस्पताल के एसआईसी से लिखित शिकायत कर डॉक्टर व कर्मचारी पर ऑपरेशन के नाम पर पैसा वसूलने का आरोप लगाया है.

ओटी में ले गए फिर कर दिया बाहर

विद्यावती देवी के बेटे अनुराग ने एसआईसी को बताया कि मां की हालत खराब होने के बाद 3 अप्रैल 2019 को उन्हें सर्जरी विभाग में डॉक्टर से दिखाने के बाद भर्ती किया. गुरुवार को ऑपरेशन की डेट तय की गई लेकिन पैसा समय से नहीं मिला तो ऑपरेशन टाल दिया गया. गुजारिश करने के बाद शनिवार को 11 बजे ऑपरेशन का समय दिया गया. मरीज को ऑपरेशन के लिए ओटी में ले जाया गया लेकिन कुछ देर बाद बिना ऑपरेशन लौटा दिया. तीमारदार ने जब डॉक्टर से बात की तो उनका कहना था कि अब एक बजे ऑपरेशन किया जाना है. इंतजार के बाद जब ऑपरेशन नहीं हुआ तो अनुराग सिंह सीधे एसआईसी के पास पहुंचे और लिखित शिकायत की. इस संबंध में डीएम से भी शिकायत कर मामले की मांग की है.

वर्जन

मामला मेरे संज्ञान में है. पीडि़त की तरफ से शिकायती पत्र मिला है. प्रकरण की जांच कराई जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उनके खिलाफ कारवाई की जाएगी.

डॉ. राजकुमार सिंह, एसआईसी, जिला अस्पताल