एमएलएन मेडिकल कॉलेज में यूपीएसीकॉन का जोरदार आगाज, पहले दिन रोबोटिक सर्जरी पर चर्चा

ALLAHABAD: बेहतर सर्जरी की स्वास्थ्य का आधार है, यही मानव को निरोग बनाता है। यह आयोजन छात्रों का उचित मार्गदर्शन करेगा। एमएलएन मेडिकल कॉलेज में सर्जरी विभाग व एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया के 42वें वार्षिक अधिवेशन (यूपीएसीकॉन 2016) का शुभारंभ करते हुए प्रिंसिपल प्रो। एसपी सिंह ने यह बात कही। इस दौरान देशभर से आए डॉक्टरों ने सर्जरी की नई तकनीकों पर चर्चा की। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी पर बेबाकी से अपनी बात रखी।

रोबोटिक सर्जरी से आसान है इलाज

एम्स नई दिल्ली में सर्जरी विभाग से सेवानिवृत्त हुए प्रो। अरविंद कुमार रोबोटिक्स सर्जरी को मेडिकल फील्ड का चमत्कार बताया। उन्होंने कहा कि कैंसर रोग में यह अधिक कारगर है। गला, हार्ट, थायमोमा सहित कैंसर जिस भी अंग में हो, रोबोटिक सर्जरी से उसका आसान इलाज हो सकता है। डॉ। अफजल अनीस बताते हैं कि रोबोटिक सर्जरी से के बाद मरीज को ठीक होने में महज तीन से चार दिन लगते हैं। मुंबई से आए डॉ। कुशल मित्तल ने कहा कि रोबोटिक सर्जरी के बारे में युवा डॉक्टरों को गहराई से समझने की जरूरत है। सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ। शबी अहमद रोबोटिक सर्जरी को प्रचलन में लाने पर जोर देते हैं। कहते हैं रोबोट के जरिए होने वाली सर्जरी की पकड़ हमारी आंखों से अधिक होती है।

पहले दिन हुए बारह आपरेशन

शुक्रवार को एसआरएन हॉस्पिटल में आयोजन के दौरान एक दर्जन सर्जरी का लाइव प्रसारण किया गया। सर्जरी को डॉ। एसके मिश्र, डॉ। सरफाज बेग, डॉ। राजीव सिन्हा, डॉ। योगेश मिश्र, डॉ। अरविंद कुमार, डॉ। एसडी मौर्य, डॉ। शशिकांत आदि ने अंजाम दिया। इस दौरान डॉ। अनिल कुमार सरोज, डॉ। प्रोबल नियोगी, डॉ। अशोक अग्रवाल, डॉ। नीरज त्रिपाठी, डॉ। सिद्धार्थ, डॉ। एनएन गोपाल, डॉ। वीके पांडेय, डॉ। संतोष सिंह ने विचार व्यक्त किए। यूपीएसीकॉन के दूसरे दिन शनिवार को वैज्ञानिक सत्र चलेगा।