- जिला महिला अस्पताल की सीएमएस ने सीएमओ को लिखा पत्र

- मरीजों को देखने के साथ-साथ दूसरी जिम्मेदारी भी निभा रहीं

- बोलीं, पुरुष अस्पताल कर रहा वार्ड की डिमांड, हम अपने मरीज कहां एडजस्ट करें

बरेली : जिला महिला अस्पताल में डॉक्टर्स की कमी के चलते सीएमएस को भी दूसरे काम छोड़कर ओपीडी संभालनी पड़ रही है. जिला अस्पताल के सीएमएस ने महिला अस्पताल में अटैच अपने डॉक्टर्स भी वापस मांग लिए हैं. आलम यह है कि महिला अस्पताल की सीएमएस को रोजाना करीब 200 मरीजों को खुद ही देखना पड़ रहा है. इधर अब जिला अस्पताल में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने के चलते मरीजों को एडमिट करने के लिए महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में वार्ड की मांग को लेकर महिला अस्पताल की सीएमएस और जिला अस्पताल के सीएमएस में ठन गई है.

12 पद स्वीकृत, पांच की तैनाती

महिला अस्पताल की ओपीडी में रोजाना करीब 500 मरीज आते हैं, जिनके इलाज के लिए यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉक्टर्स के 12 पद स्वीकृत हैं लेकिन तैनाती सिर्फ पांच डॉक्टर्स की हैं. डॉक्टर्स की कमी के चलते करीब एक साल पहले जिला अस्पताल के दो डॉक्टर्स को छह महीने के लिए महिला अस्पताल से अटैच कर दिया गया था. अटैचमेंट की समय सीमा पूरी होने के बाद भी ये दोनों डॉक्टर फिलहाल महिला अस्पताल में ही तैनात हैं. पिछले एक सप्ताह से दो डॉक्टर के छुट्टी पर चले जाने से सीएमएस को ही ओपीडी में मरीज देखने पड़ रहे हैं.

सिर्फ एक पीडियाट्रिशियन

पिछले वर्ष जुलाई से महिला अस्पताल में एक ही पीडियाट्रिशियन है, जिसके चलते नवजात बच्चों के इलाज में परेशानी आ रही है. सात बार सीएमएस ने स्वास्थ्य विभाग के साथ ही शासन को पत्र लिखकर मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई.

वार्ड मांगने पर बिफरीं सीएमएस

जिला अस्पताल में बुखार के मरीज बढ़ने पर मरीजों को एडमिट करने के लिए मंडे को सीएमओ ने महिला अस्पताल की नई बिल्डिंग में वार्ड देने के लिए महिला अस्पताल की सीएमएस को कहा. इस पर महिला अस्पताल की सीएसएस डॉ. अल्का शर्मा बिफर पड़ीं. उनका कहना था कि जो वार्ड मांगा जा रहा है उसके पास बने वार्ड में ही प्रेग्नेंट महिलाएं और नवजात बच्चों को एडमिट किया जाता है ऐसे में बुखार के मरीजों से उन्हें भी इन्फेक्शन हो सकता है.

वापस नहीं किए डॉक्टर

पिछले माह पुरुष अस्पताल के सीएमएस ने सीएमओ को पत्र लिखकर महिला अस्पताल से अटैच अपने दोनों डॉक्टरों का करार खत्म होने पर वापस भेजने के लिए कहा था. पत्र जब महिला अस्पताल पहुंचा तो सीएमएस डॉ. अल्का शर्मा ने उसका कोई जवाब ही नहीं दिया. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. केएस गुप्ता का कहना है कि हमने महिला अस्पताल से अपने डॉक्टर मांग लिए, इसी बात से खफा होकर सीएमएस वार्ड देने से इंकार कर रही हैं.

मेरे पास डॉक्टर्स की कमी है, जो डॉक्टर पुरुष अस्पताल से मिले हैं उनमें से एक के छुट्टी चले जाने पर स्थिति खराब हो जाती है. अब बुखार के मरीजों के लिए वार्ड की डिमांड की जा रही है, इससे महिला अस्पताल के मरीजों को इंफेक्शन हो सकता है.

अल्का शर्मा, सीएमएस महिला अस्पताल

वर्जन ::

पुरुष अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़ रही है जिसके चलते सीएमएस ने मुझे महिला अस्पताल में वार्ड मुहैया कराने के लिए पत्र भेजा है. हालांकि महिला अस्पताल की सीएमएस वार्ड देने से इंकार कर रही हैं.

डॉ. विनीत शुक्ला, सीएमओ