- आईएमए व भासा ने आईएमए से डाकबंगला चौक तक निकाली रैली

- डॉक्टर्स ने कहा-हमलोगों पर यूं लांछन लगाना बंद करें लोग

- आगे भी डॉक्टर्स पर कार्रवाई की, तो ठप कर देंगे पेशेंट केयर

PATNA: शहर में स्टेट भर से डॉक्टर्स आईएमए और भासा के बैनर तले जमा हुए और डॉक्टर्स कम्यूनिटी के खिलाफ अत्याचार के विरोध में आईएमए हॉल से डाकबंगला चौक तक रैली निकाली। सैकड़ों की संख्या में डॉक्टर्स का जुटान हुआ। हाल के दिनों में लगातार डॉक्टर्स पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ सभी ने न सिर्फ एकजुटता दिखायी, बल्कि गवर्नमेंट से समुचित सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। रैली का नेतृत्व मुख्य रूप से आईएमए और भासा के प्रतिनिधियों ने किया। आईएमए के सीनियर वाइस पे्रसिडेंट डॉ सहजानंद प्रसाद ने कहा कि पप्पू यादव जैसे कुछ नेता इस नोबेल पेशे को बदनाम कर रहे हैं।

मुकदमा चलना चाहिए पप्पू यादव पर

रैली में मौजूद पटना के सीनियर डॉक्टर गोपाल प्रसाद सिन्हा ने कहा कि हाल के दिनों में पप्पू यादव ने डॉक्टरों के खिलाफ जो बयान दिया और छापेमारी का अभियान चलाया है, वह लोगों को जगाने के नाम पर प्रांत में हिंसा बढ़ाने और वैमनस्य फैलाने का काम किया है। उन्होंने मांग की कि उनके खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए। जहां तक फीस का सवाल है यह व्यक्ति का अनुभव और पॉपुलैरिटी से तय होता है। इसे किसी के कहने से निर्धारित नहीं किया जा सकता है।

वर्क प्लेस को सेफ बनाएं

आईएमए ने रैली के बाद सीएम को लिखे एक लेटर में मांग की है कि कार्यस्थल पर व्यवसायिक सुरक्षा का कानून बनना चाहिए। मेडिकल जैसे प्रोफेशन को असामाजिक तत्वों ने अनावयश्क हमलों, मुकदमों आदि से बचाना चाहिए, क्योंकि इन्हीं तत्वों ने पेशेंट के ट्रीटमेंट के क्रम में आवश्यक फिजिकल टेस्ट को मोलेस्टेशन की संज्ञा दे दी है। डॉक्टर्स के खिलाफ लोगों को भी भड़काने का काम हो रहा है।

डॉ मृत्युंजय का मामला गूंजा

रैली के दौरान उपस्थित डॉक्टरों ने हाल ही में चर्चित डॉ मृत्युंजय कुमार मामले पर न्याय की मांग की। भासा के प्रेसिडेंट डॉ अजय कुमार ने कहा कि इस मामले की गहराई से जांच की जानी चाहिए। उन्हें षड़यंत्र का शिकार बनाया गया है। सच तो यह है कि स्टेट की पुलिस डिपार्टमेंट ने डाक्टरों के खिलाफ हुई हिंसा में एक भी मुकदमें में सालों बाद भी किसी के खिलाफ किसी अपराधी को सजा नहीं दे सकी है। सिर्फ यही नहीं, गलत धाराओं का भी प्रयोग किया कर उन्हें अरेस्ट करने की कोशिश करता है।

स्टेट के डॉक्टर्स सड़कों पर उतरे

इस रैली में पूरे स्टेट के डॉक्टरों ने प्रतिनिधित्व किया। इस बारे में भासा के प्रवक्ता डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि इसमें बिहार के सभी जिलों के डॉक्टरों ने रैली में पार्टिसिपेट किया। इसमें पटना के प्रमुख डॉक्टर्स डॉ एसएन आर्या, डॉ गोपाल प्रसाद सिन्हा, डॉ अमरकांत झा अमर, डॉ मंजू गीता मिश्रा, डॉ नरेंद्र प्रसाद, डॉ विमल कारक, भासा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ कांति मोहन सिंह, बिहार डेंटल एसोसिएशन के महासचिव डॉ जावेद अहमद संविदा चिकित्सा संघ के महासचिव अभिषेक कुमार सिन्हा और बिहार आयुष संघ सहित कई उपस्थित थे।

जूनियर डॉक्टर्स ने दी रैली को आवाज

जूनियर डॉक्टर्स ने भी में इस रैली में बढ़-चढ़कर पार्टिसिपेट किया, इसे एक उर्जा देने का काम किया। पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस के सैकड़ों डॉक्टर्स ने सड़कों पर एमपी पप्पू यादव हाय-हाय और वी वांट जस्टिस के नारे लगाए। पीएमसीएच के जेडीए के अध्यक्ष डॉ राकेश ने कहा कि डॉक्टर्स के खिलाफ हो रहे अत्याचार की निंदा करते हैं और जो बिना सोचे-समझे आपराधिक बयानबाजी करते हैं, उसे दंडित करने की मांग करते हैं। डॉक्टर्स ने इस मौके पर याद दिलाया कि पीएमसीएच से लापता डॉक्टर कुमार विजय कृष्ण के मामले में पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर पायी है।

Demands of doctors

-मेडिकल सर्विस से जुड़ी प्रॉब्लम पर आईएमए, भासा और अन्य मेडिकल ऑर्गनाइजेशन की मीटिंग बुलाए।

-भागलपुर के डॉक्टर मृत्युंजय कुमार के खिलाफ अरेस्टिंग के आदेश को स्थगित कर सीआईडी से हो जांच।

-एमपी पप्पू यादव पर आपराधिक कार्रवाईयों के खिलाफ गवर्नमेंट करे कार्रवाई।

-बिहार क्लीनिकल स्टैब्लिसमेंट एक्ट ख्0क्ख् के डॉक्टर-विरोधी प्रोविजन को हटाया जाए।

-लखीसराय और अन्य जगहों पर डॉक्टर्स के खिलाफ झूठे मुकदमों की गहराई से जांच कर कार्रवाई हो।

समाज के भ्रष्टतम लोग, गुंडे और अराजक तत्वों द्वारा अपना हित साधने के लिए डॉक्टरों पर हो रहे हमले तुरंत बंद होना चाहिए। हम ऐसी घटनाओं का विरोध करते हैं।

-डॉ सहजानंद प्रसाद, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट

रैली के माध्यम से हमलोग दिनोंदिन डॉक्टर्स पर हो रहे बर्बरतापूर्ण कार्रवाई पर लोगों और गवर्नमेंट का ध्यान खींचना चाहते हैं। डॉक्टर्स पर बिना समुचित जांच के कार्रवाई की निंदा करते हैं।

-डॉ अजय कुमार, प्रेसिडेंट भासा