- शहर में स्ट्रीट डॉग्स की धरपकड़ हुई शुरू, पकड़े जाने के बाद नसंबदी कर वापस छोड़े जा रहे हैं आवारा कुत्ते

- अब तक 800 स्ट्रीट डॉग्स की हो चुकी है नसबंदी, रैबीज का लगाया जा रहा है इंजेक्शन

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शहर में गलियों, सड़कों और कॉलोनियों में घूमने वाले आवारा स्ट्रीट डॉग्स की अब शामत आ चुकी है क्योंकि इनकी इस आवारगी से आजिज आकर प्रशासन ने इनकी धरपकड़ शुरू कर दी है। इतना ही नहीं इनको पकड़ने के बाद इनकी बढ़ती आबादी को रोकने की भी तैयारी हो रही है और आवारा कुत्तों की नसबंदी कर उनको परिवार को भी बढ़ने से रोका जा रहा है। जिसके बाद शहर में अब इनके बढ़ रहे आतंक से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जगी है।

केन्द्र सरकार का आया है आदेश

दरअसल पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बढ़ रहे आवारा कुत्तों के आतंक से आजिज आकर लोगों ने इसकी शिकायत कई बार प्रशासन और पीएम के संसदीय कार्यालय में की थी। जिसके बाद केन्द्र सरकार के आदेश के बाद आवारा कुत्तों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू हुआ है। इस बारे में पशु चिकित्साधिकारी असलम अंसारी ने बताया कि ये प्रयास कई दिनों चल रहा है और प्लानिंग है कि स्ट्रीट डॉग्स की बढ़ रही संख्या को काबू में किया जाये। इसलिए कुछ प्राइवेट एजेंसियों संग मिलकर आवारा कुत्तों की धरपकड़ की जा रही है। इनको पकड़ने के बाद पहले इन्हे रैबीज का टीका लगाया जा रहा है और फिर इनकी नसबंदी कर इनकी बढ़ रही संख्या को काबू भी किया जा रहा है। इससे आने वाले दिनों में लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।

लेकिन छोड़ रहे हैं वापस

भले ही पशु चिकित्सा विभाग आवारा कुत्तों के खिलाफ बड़ा कैंपेन चला रहा हो लेकिन रैबीज के इंजेक्शन और नसंबदी करने के बाद इनको वापस वहीं छोड़ रहा है जहां से इन्हे पकड़ा जा रहा है। असलम अंसारी के मुताबिक ये जरुरी इसलिए है क्योंकि इन्हे रखने की कहीं कोई व्यवस्था नहीं है। कहीं दूसरे इलाके में छोड़ने पर उस क्षेत्र के कुत्ते इनको वहां नहीं रहने देंगे। इसलिए इलाज के बाद इन्हे वहीं छोड़ा जा रहा है। जहां से इन्हे पकड़ा जा रहा है।

- करीब एक महीने से चल रहा है कैंपेन

- दो प्राइवेट एजेंसियां कर रही हैं वर्क

- प्राइवेट एंबुलेंस में कैद कर ले जाया जा रहा है कुत्तों को

- सेवापुरी में की जा रही है नसबंदी

- अब तक 800 से ज्यादा कुत्तों की हो चुकी है नसबंदी

आप भी कर सकते हैं शिकायत

अगर आपकी कॉलोनी, गली या फिर घर के आस-पास आवारा कुत्तों का आतंक है तो आप भी पशु चिकित्सा विभाग से मदद मांग सकते हैं। इसके लिए आपको डॉ आभा सिंह के मोबाइल नंबर 9839309337 पर कॉल कर कम्प्लेन दर्ज करानी होगी।