-सुनवाई के दौरान दोनों ने लगाए आरोप, हंगामा

-जहर देकर मारने की कोशिश का आरोप

दिल्ली में तैनात डिप्टी जेलर बीबी पर जुल्म ढा रहा है। यह शिकायत एक युवती के पिता ने दर्ज कराई है। उन्होंने इसके साथ ही बेटी के ससुराल वालों पर दस लाख रुपये दहेज की मांग को लेकर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया है। बुधवार को महिला सहायता प्रकोष्ठ में सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर हंगामा हुआ। घंटे भर सुनवाई के बाद भी मामला सुलझ नहीं सका।

दहेज के लिए उत्पीड़न

पट्टी कस्बे के रहने वाले ट्रांसपोर्टर माता प्रसाद सिंह का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी सुमन सिंह की शादी क्क् मई क्फ् को लाखीपुर के रहने वाले दिल्ली के तिहाड़ जेल में तैनात डिप्टी जेलर अखिलेश सिंह से की थी। उनका कहना है कि शादी में स्कार्पियो, दस लाख रुपये दहेज में दिया गया था। आरोप लगाया कि शादी के तीन महीने बाद दहेज में दस लाख रुपये की मांग को लेकर पति, सास, ननद उनकी बेटी को प्रताडि़त करने लगे। जानकारी होने पर वह बेटी को लेकर घर चले आए।

प्रताड़ना से मानसिक रूप से हुई बीमार

उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को इस तरह प्रताडि़त किया गया कि वह मानसिक रूप से बीमार हो गई। उसका इलाज लखनऊ में सहारा हास्पिटल में चल रहा है। माता प्रसाद ने इसकी शिकायत एसपी से की तो मामले को महिला सहायता प्रकोष्ठ के सुपुर्द कर दिया गया। बुधवार को दोनों पक्षों को महिला सहायता प्रकोष्ठ में बुलाया गया था। प्रकोष्ठ की प्रभारी एसआइ मीरा कुशवाहा सिपाहियों की मौजूदगी में सुनवाई शुरू हुई तो पहले डिप्टी जेलर व उनकी पत्नी का पक्ष सुना गया। सुमन डिप्टी जेलर पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाती रही और डिप्टी जेलर उसे नकारते रहे। सुमन ने ससुराल वालों पर जहर देकर मारने की कोशिश का भी आरोप लगाया। सुमन ने साफ कह दिया कि वह डिप्टी जेलर के साथ नहीं रह सकती। इसके बाद सुमन के पिता व डिप्टी जेलर की मां व बहन को बुलाया गया।

भिड़ गए पुलिस के सामने

दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए जोर-जोर से चिल्लाने लगे। सुमन व डिप्टी जेलर की मां रोने लगी। शोर सुनकर महिला सहायता प्रकोष्ठ के बाहर भारी भीड़ जमा हो गई। घंटे भर से अधिक समय तक चली सुनवाई के बाद विवाद नहीं सुलझ सका और दोनों पक्ष अपने-अपने घर चले गए। दोनों पक्षों को कुछ दिन बाद फिर तलब किया जाएगा। मामले की जानकारी होने पर पूर्व सांसद सीएन सिंह भी महिला सहायता प्रकोष्ठ पहुंचे और मामले को सुलझाने का प्रयास किया।