वाशिंगटन (पीटीआई/एएनआई)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को कहा कि पिछले दो सालों से उनका प्रशासन पाकिस्तान पर मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की गिरफ्तारी को लेकर लगातार दबाव बना रहा था। यह गिरफ्तारी उसी का परिणाम है। बता दें कि जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (CTD) ने बुधवार की सुबह गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जब उसे गिरफ्तार किया गया तब वह लाहौर से गुजरांवाला जा रहा था। काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने गिरफ्तारी के बाद मीडिया को बताया कि सईद को टेरर फंडिंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।  

दो सालों में खूब बनाया गया दबाव

बता दें कि सईद की गिरफ्तारी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका यात्रा और राष्ट्रपति ट्रंप के साथ होने वाली बातचीत के कुछ ही दिन पहले हुई है। ट्रंप और इमरान खान 22 जुलाई को एक दूसरे से मिलने वाले हैं। ट्रंप ने पहले कहा था कि पाकिस्तान अपने देश से संचालित होने वाली आतंकी गतिविधियों को खत्म करने को लेकर कोई काम नहीं कर रहा है। बुधवार को मीडिया से बातचीत करते हुए ट्रंप ने कहा, 'दस साल की खोज के बाद, पाकिस्तान में मुंबई आतंकवादी हमलों के तथाकथित 'मास्टरमाइंड' हाफिज सईद को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे खोजने के लिए हमारे प्रशासन ने पिछले दो सालों में खूब दबाव बनाया है!'

कई बार सईद हुआ गिरफ्तार

ट्रंप के इस बयान पर पूर्व पाकिस्तानी राजदूत समेत अमेरिका की एक बड़ी संस्था ने जमकर मजाक उड़ाया है। अमेरिका में पाकिस्तान के पूर्व राजदूत हुसैन हकानी ने कहा, 'सईद को खोजना कभी भी बड़ा मुद्दा नहीं था। वह स्वतंत्र रूप से पाकिस्तान में घूमता था और आसानी से दिखाई देता था। उसे गिरफ्तार किया गया और कई बार रिहा किया गया। राष्ट्रपति ट्रंप को तुरंत उन अधिकारियों को नौकरी से निकाल देना चाहिए, जो उन्हें इस तरह की गलत जानकारी दे रहे हैं।' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के नेताओं और पाकिस्तान के जनरलों ने हाल तक सईद की प्रशंसा की है, स्पष्ट रूप से पाक्सितान नए अमेरिकी राष्ट्रपति पर अपनी पुरानी चाल चलने की कोशिश कर रहा है।

पाकिस्तान में मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद गिरफ्तार, भेजा गया जेल

हाउस फॉरेन अफेयर कमिटी ने भी की ट्रंप की आलोचना

इसके बाद अमेरिका की हाउस फॉरेन अफेयर कमिटी ने भी इस बयान के लिए ट्रंप की कड़ी आलोचना की है। कमिटी ने अपने एक ट्वीट में कहा है, 'आपके जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान सईद को दस सालों से नहीं खोज रहा था। वह स्वतंत्र रूप से रह रहा है और उसे दिसंबर 2001, मई 2002, अक्टूबर 2002, अगस्त 2006 (दो बार), दिसंबर 2008, सितंबर 2009, जनवरी 2017 में गिरफ्तार किया गया था। अब उसे फिर पकड़ लिया गया है।'

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