न्यूयॉर्क में अपने प्रतिद्वंदियों से आगे ट्रंप और हिलेरी
ट्रंप का कहना है कि डेलीगेट्स मामले में हेराफेरी की जा रही है। एक नापाक डील के जरिए टेड क्रूज डेलीगेट्स को अपने पाले में करने की कोशिश कर रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि जो उम्मीदवार प्राइमरी चुनाव में बेहतर कर रहा है वो अगर डेलीगेट्स के मामले में पिछड़ रहा है तो इसका मतलब साफ है कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है। दरअसल कोलोरैडो में डेलीगेट्स द्वारा मिले समर्थन में पिछड़ने के बाद ट्रंप ने कहा कि इस मुद्दे पर पार्टी को दोबारा से सोचने की जरूरत है। कोलोरैडो में टेड क्रूज सभी 34 डेलीगेट्स का समर्थन हासिल करने में कामयाब रहे।

18 से 21 के बीच अंतिम फैसला

अंग्रेजी न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक ट्रंप ने कहा कि कोलोरैडो और डेनेवर में आम लोग काफी गुस्से में हैं उन्हें भी लगता है कि जो शख्स प्राइमरी में बेहतर कर रहा है। उसे डेलीगेट्स का समर्थन क्यों नहीं मिल रहा है। ट्रंप को 743 डेलीगेट्स का समर्थन हासिल है जबकि उनके प्रतिद्वंदी टेड क्रूज को 545 डेलीगेट्स का लेकिन दावेदारी पर मुहर लगने के लिए 1237 डेलीगेट्स का समर्थन जरूरी है। 18 से 21 जुलाई के बीच रिपब्लिकन पार्टी की नेशनल कंवेंशन में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी पर अंतिम फैसला होना है ऐसे में प्राइमरी के साथ डेलीगेट्स द्वारा हासिल समर्थन माएने रखता है।

चुनाव जीतने की खींचतान
टेक्सास से यूएस सीनेटर टेड क्रूज-पर ट्रंप ने आरोप लगाया है कि डेलीगेट्स का समर्थन हासिल करने के क्रूज कुटिल चालों का सहारा ले रहे हैं। गौरतलब है कि विस्कोंसिन में हार के बाद ट्रंप की निगाहें उत्तर पूर्वी राज्यों पर टिकी हैं। इस बीच 18 अप्रैल को न्यूयॉर्क में होने वाले प्राइमरी चुनाव में ट्रंप के दोनों बेटे हिस्सा नहीं ले सकेंगे। ट्रंप के दोनों बेटे एरिक ट्रंप और इवांका ट्रंप मतदाता तो हैं लेकिन वो रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य नहीं हैं।

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