- कश्मीर के उरी में आर्मी बेस कैंप पर हमले के विरोध में 22 को भारत बंद होने की सूचना हो रही वायरल

GORAKHPUR: कश्मीर के उरी में आर्मी बेस कैंप पर हुए हमले में 18 जवानों की मौत के बाद पूरा देश गमगीन हैं, वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने में लगे हैं। पिछले दो दिन से लोगों के व्हाट्सएप पर एक मैसेज आ रहा है कि 22 सितंबर को राष्ट्रीय शोक दिवस घोषित किया गया है। इस दिन शहीदों के सम्मान में भारत बंद रहेगा। सोशल मीडिया पर वायरल इस मैसेज ने बुधवार को लोगों के साथ व्यापारियों को भी परेशान किया। मैसेज आने के बाद व्यापारी और आम लोग इसे कंफर्म करते दिखे।

पता करते रहे लोग

विभिन्न थोक, फुटकर बाजारों के साथ निजी संस्थाओं में लोग बुधवार को व्हाट्सएप पर 22 तारीख की बंदी के मैसेज को लेकर पूछते नजर आए। लोग ये पता करते दिखे कि ये बंदी किस की ओर से आयोजित है। इसका कोई जवाब नहीं दे पा रहा था। बक्शीपुर के पुस्तक व्यवसायी श्रीप्रकाश सिंह अनिल ने बताया 22 को भारत बंद को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैली हुई है, लेकिन कोई बंदी नहीं है। उन्होंने कहा कि व्यापारी संगठनों की ओर से कोई बंदी नहीं की गई है।

यह है मैसेज

सोशल मीडिया पर वायरल हुई सूचना में राष्ट्रीय शोक घोषित करने की बात कही गई है। इस सूचना में 'बंद, बंद, बंद भारत बंद 22 सितंबर 2016 भारत बंद का एलान, आज 26 सालों में पहली बार एक साथ इतने सैनिक शहीद हुए हैं। इसलिए 22 सितंबर को राष्ट्रीय शोक घोषित किया जाए। देश के वीर जवानों के सम्मान में पूरा देश बंद, इस संदेश को पूरे भारत में शेयर करके शहीदों के सम्मान दिलाना है'।

वर्जन

हम लोगों के व्हाट्सएप नंबर पर भी इस तरह की अफवाह आई है कि 22 को शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद भारत बंद करना है। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं है। व्यापारी कैंडिल मार्च और श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। कल शहर के सभी मार्केट खुले रहेंगे।

- मनीष चांदवासिया, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ ट्रैडर्स