- एमसीआई करेगी कॉलेज और हॉस्पिटल में हाजिरी की मॉनिटरिंग

- मेडिकल कॉलेज में बायोमीट्रिक से लगेगी हाजिरी

DEHRADUN: राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉक्टर कितने बजे सुबह ड्यूटी पर आये और कब घर लौटे। इस पर अब दिल्ली के एमसीआई मुख्यालय से निगाह रखी जाएगी। एमसीआई गवर्नमेंट दून मेडिकल कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक, कॉलेज और डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में बायोमीट्रिक हाजिरी मशीन लगाने जा रही है। मार्च से मशीन के जरिये ही उपस्थिति अनिवार्य रूप से लगानी होगी। मशीन सर्वर के जरिये दिल्ली मुख्यालय से जुड़ा होगा।

दिल्ली में एमसीआई करेगी मॉनिटरिंग

एमसीआई का ईमेल शनिवार को दून मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। पीबी गुप्ता को प्राप्ता हुआ। ईमेल में कहा गया है कि एमसीआई अगले कुछ दिनों में कॉलेज को छह बायोमीट्रिक मशीन भेज रही है। जिसमें से तीन मशीन हॉस्पिटल में लगानी होगी। जबकि तीन को प्रशासनिक भवन और कॉलेज में। प्रिंसिपल डॉ। पीबी गुप्ता ने बताया कि मशीनों की मॉनिटरिंग सीधे दिल्ली से होनी है। काउंसिल ने कार्यशैली बेहतर करने और किसी भी तरह के फर्जीवाड़े से बचने के लिए यह कदम उठाया है। डिजिटल हाजिरी होने से डॉक्टरों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय हो सकेगी।

लेटलतीफी को नहीं कोई चांस

दून हॉस्पिटल की बात की जाए तो यहां कई डॉक्टर निर्धारित समय से काफी देरी से आते हैं। जबकि हॉस्पिटल में सुबह आठ बजे से उनकी ड्यूटी शुरू होती है। घंटों देरी से आने वाले ऐसे डॉक्टरों की लेटलतीफी पर भी लगाम लगेगी। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया द्वारा संस्थानों में लगाई जाने वाले बायोमीट्रिक मशीनों के बाद उनके पास लेट आने का कोई चांस नहीं बचेगा।