- दून अस्पताल में घायल को एंबुलेंस से भी नीचे नहीं उतारा गया

- रुड़की कीजेएम नितिका खंडेलवाल के दखल के बाद दून अस्पताल में घायल को किया गया भर्ती

DEHRADUN: ट्रेन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हुए व्यक्ति को दून अस्पताल के स्टाफ ने भर्ती करने से ही इनकार कर दिया। रुड़की सिविल अस्पताल से घायल को दून अस्पताल रेफर किया गया था। बाद में रुड़की की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल के दखल के बाद घायल को दून अस्पताल में भर्ती किया गया। जिसके बाद घायल का उपचार शुरू हो पाया।

पुलिस ने घायल को पहुंचाया अस्पताल

दरअसल, थर्सडे की शाम इकबालपुर रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन से एक व्यक्ति गिर गया। सूचना पर इकबालपुर पुलिस चौकी से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने 108 आपातकालीन सेवा को इसकी जानकारी दी। इसके बाद गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को रुड़की सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां से घायल को प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने दून अस्पताल रेफर कर दिया। इतना ही नहीं घायल व्यक्ति की कोई पहचान भी नहीं हो पाई। रुड़की सिविल अस्पताल से सरकारी एंबुलेंस घायल को लेकर दून अस्पताल पहुंची।

स्टाफ ने भर्ती करने से किया इनकार

दून अस्पताल में जब घायल को भर्ती करने की कोशिश की गई तो अस्पताल में तैनात स्टाफ ने उसकी हालत को देखते हुए भर्ती करने से ही इनकार कर दिया। इस पर एंबुलेंस चालक ने सूचना सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ। एके मिश्रा को दी। उसने बताया कि मरीज को एंबुलेंस से उतार तक नहीं रहे हैं। इस पर सीएमएस डॉ। एके मिश्रा ने मामले की शिकायत ज्वाइंट मजिस्ट्रेट नितिका खंडेलवाल से की। इसके बाद जेएम ने दून अस्पताल प्रबंधन से बातचीत की। तब कहीं जाकर घायल को अस्पताल में भर्ती किया गया। दूसरी ओर जीआरपी चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि घायल की पहचान नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि एक कांस्टेबल को दून अस्पताल भेजा गया है। रुड़की सिविल अस्पताल में भी घायल का अज्ञात में ही उपचार हुआ है।

जिस एंबुलेंस में मरीज को लाया गया था। उस एंबुलेंस के ड्राइवर से जब डाक्टरी मुआयना मांगा गया तो ड्राइवर के पास कोई जानकारी नहीं थी। जिसके बाद सीएमएस रुड़की से फोन पर जानकारी ली गई। जिसके बाद अज्ञात मरीज को अस्पताल में भर्ती कर उपचार दिया गया। घायल की हालत गंभीर बनी हुई है।

प्रिंसिपल डॉ। प्रदीप भारती, दून मेडिकल कॉलेज।