- आपदा प्रबंधन विभाग और हॉस्पिटल के अधिकारियों ने की चर्चा

- पिछले साल दून हॉस्पिटल में हुई मॉकड्रिल में भी मिली थी खामियां

DEHRADUN: दून हॉस्पिटल की मौजूदा बिल्डिंग में आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। हॉस्पिटल की मौजूदा बिल्डिंग किसी भी हाल में सुरक्षित नहीं है। आपदा प्रबंधन विभाग और हॉस्पिटल के अधिकारियों की ट्यूजडे को हुई बैठक में यह बात सामने आई। हॉस्पिटल के अधिकारियों ने कहा कि वे फिलहाल दो निर्माणाधीन भवनों के हैंडओवर होने का इंतजार कर रहे हैं। उसके बाद ही आपदा प्रबंधन संबंधी व्यवस्थाएं संभव हो पाएंगी।

ताकि आपदा में काम बाधित न हो

बैठक के बाद इंसिडेंट रिस्पांस सिस्टम के स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के साथ बातचीत में बताया कि उनका मुख्य फोकस इस बात पर है कि आपदा के समय हॉस्पिटल में काम प्रभावित न हों और इस दौरान किसी तरह की अफरा-तफरी का माहौल न बने। उन्होंने माना कि फिलहाल हॉस्पिटल में इस तरह के इंतजाम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल के नई बिल्डिंग में शिफ्ट होने के बाद ही ऐसा संभव हो पाएगा।

फिलहाल कामचलाऊ व्यवस्था

गणनायक ने बताया कि इसके बावजूद हम पुरानी बिल्डिंग में भी कम से एक कामचलाऊ व्यवस्था स्थापित करना चाहते हैं। जिससे आपदा के समय काम प्रभावित हो। उन्होंने कहा कि आग लगने जैसे हादसों से निपटने के लिए हॉस्पिटल में व्यवस्था कर दी गई है।

मॉकड्रिल में मिली थी कमियां

पिछले वर्ष दून हॉस्पिटल में आपदा के मद्देनजर एक मॉकड्रिल की गई थी। इस मॉकड्रिल के दौरान कई व्यवस्थागत कमियां मिली थीं। ट्यूजडे की बैठक का मुख्य उद्देश्य इन्हीं कमियों को दूर करने के बारे में चर्चा करना था। बैठक में आईआरएस स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपशिखा रावत, एमएस डॉ। केके टम्टा, डॉ। केसी पंत सहित सभी विभागों के प्रतिनिधियों मौजूद रहे।