- दून मेडिकल कॉलेज में बिना लैब के डॉक्टर बन रहे हैं स्टूडेंट्स

- सेकेंड इयर का बैच शुरू, अभी तक नहीं बनी लैब

- एमसीआई के इंस्पेक्शन में पोल खुलने के डर से हॉस्टल से जबरन घर भेजे स्टूडेंट्स

DEHRADUN : दून मेडिकल कॉलेज में बिना लैबोरेट्री के ही मेडिकल स्टूडेंट्स को डॉक्टर बनाया जा रहा है। कॉलेज में एमबीबीएस सेकंड इयर का बैच शुरू हो चुका है, लेकिन अभी तक कॉलेज की लैबोरेट्री बनकर तैयार नहीं हुई। बताया जा रहा है कि जल्द ही मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) मेडिकल कॉलेज का इंस्पेक्शन करने पहुंच सकती है, इंस्पेक्शन के दौरान स्टूडेंट्स कहीं मामले की पोल न खोल दें इसके डर से कॉलेज एड्मिनिस्ट्रेशन ने स्टूडेंट्स को तीन-चार दिन की छुट्टी पर भेज दिया है।

दो लैबोरेट्रीज कंपल्सरी

राजकीय दून मेडिकल कॉलेज का पहला बैच अब सेकंड इयर में प्रवेश कर चुका है। सेकंड इयर की पढ़ाई के लिए फार्माकोलॉजी और पैथोलॉजी लैब की जरूरी है, जिनके बिना सेकंड इयर की पढ़ाई संभव नहीं है। लेकिन, पांच महीने बीत जाने के बाद भी कॉलेज में लैब बनकर तैयार नहीं हुई। इससे भावी डॉक्टरों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

कॉलेज में सिर्फ थ्योरी की क्लासेज

बिना प्रैक्टिकल किए डॉक्टरी की पढ़ाई संभव नहीं है, लेकिन दून मेडिकल कॉलेज में यही हो रहा है। सिर्फ थ्योरी की क्लासेज ही यहां संचालित हो पा रही हैं। ऑफ द रिकॉर्ड कुछ स्टूडेंट्स और पैरेंट्स ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट को बताया कि इस संबंध में कॉलेज प्रिंसिपल से कई बार कहा जा चुका है, लेकिन वे जल्दी लैब तैयार करवाने का आश्वासन देते हैं और हो कुछ नहीं रहा।

एमसीआई करेगी इंस्पेक्शन

सूत्रों के मुताबिक एक-दो दिन के भीतर एमसीआई की टीम कभी भी कॉलेज के इंस्पेक्शन के लिए पहुंच सकती है। एमबीबीएस सेकंड इयर की पढ़ाई शुरू होने के बावजूद लैब तैयार न होने को लेकर कॉलेज एड्मिनिस्ट्रेशन को जवाब देना भारी पड़ सकता है।

हॉस्टल खाली करवाया

संडे को कॉलेज एड्मिस्ट्रेशन ने अचानक स्टूडेंट्स को हॉस्टल खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया। हालांकि, इसके लिए दो दिन की छुट्टी का हवाला दिया गया है, लेकिन कुछ स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्हें तीन-चार दिन तक घर रहने को कहा गया है। आमतौर पर एक-दो दिन की छुट्टी होने पर दूर के स्टूडेंट्स हॉस्टल में ही रुक जाते हैं, लेकिन इस बार सभी क्भ्0 स्टूडेंट्स को जबरन घर भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि कहीं स्टूडेंट्स एमसीआई की टीम के सामने कॉलेज में अव्यवस्थाओं की पोल न खोल दें, इसे देखते हुए स्टूडेंट्स को जबरन घर भेजा गया है।

मेडिकल कॉलेज में दोनों लैब का निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा। फिलहाल वैकल्पिक व्यवस्था कर दी गई है। जहां तक एमसीआई की टीम के आने का सवाल है तो ये औचक निरीक्षण होता है, टीम कभी भी आकर कॉलेज का इंस्पेक्शन कर सकती है। इंस्पेक्शन के कारण हॉस्टल खाली नहीं कराया गया है।

डॉ। पी भारती गुप्ता, प्रिंसिपल।