- किसी ने किया दान तो किसी पूजा पाठ कर किया ग्रहण से बचाव

- सिटी में चंद्र ग्रहण को लेकर लोगों में अलग-अलग धारणाएं है

Meerut : शनिवार को चंद्रग्रहण का असर शहर में साफ दिखा। मेरठ में शाम म्.ब्0 बजे से 7.क्भ् तक ग्रहण का समय था। ग्रहण से बचाव के लिए भी लोग अलग-अलग उपाय करने में लग गए थे। मंदिरों में सुबह 9.ब्0 से ही कपाट बंद हो गए। घरों में लोग पूजा-पाठ कर रहे थे। वहीं ज्योतिष भी अपने अपने अनुसार राशियों पर इस ग्रहण को शुभ व अशुभ बता रहे थे।

मंदिरों के कपाट बंद

शनिवार को मंदिरों के कपाट बंद रहे। मूर्तियों को ढककर रख दिया गया था। वहीं चंद्रग्रहण के बाद मंदिरों के कपाट खोले गए और सभी मूर्तियों के स्नान के बाद महाआरती का आयोजन किया गया।

घरों पर भी दिखा असर

जहां मंदिरों में ग्रहण का असर दिखा वहीं घरों में लोगों ने ग्रहण से बचाव करने के लिए उपाय किए। पूजा-पाठ के साथ ही मूर्तियों को भी स्नान कराया गया। वहीं घरों में खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्तों को रखा गया और चीजों को ढककर रखा गया। ग्रहण के समय में ज्यादा से ज्यादा दान भी किया गया।

पंडितों ने बताया ग्रहण का प्रभाव पंडितों व ज्योतिषियों ने भी अपने अपने हिसाब से विभिन्न राशियों के हिसाब से ग्रहण के शुभ व अशुभ बताया। वहीं इस दिन जन्म लेने वालों के बारे में भविष्यवाणी की। ज्योतिष राकेश शर्मा ने बताया कि हनुमान जयंती के साथ ही चंद्रग्रहण भी है, इस दिन चंद्र कन्या राशि में रहेगा। इसलिए कन्या राशि वालों को ग्रहण से बचना होगा। मेष वालों के व्यापार में बढ़ोत्तरी होगी। वृश्चिक राशि वालों का मन दुखी होगा प्रतीक्षित कार्य पूर्ण न होने की वजह से मन दुखी होगा। धनु वालों में विवाद की आशंका है व मानसिक अशांति रहेगी, मीन राशि वालों को शुभ समाचार मिलेगा और मकर राशी वालों द्वारा रोजगार के प्रति किए प्रयास सार्थक होंगे। कुंभ राशी वालों को नुकसान की आशंका है। मिथुन राशी वालों को घरेलू मामलों में दिक्कत आ सकती है। कन्या वालों को धन के निवेश से बचना होगा, तुला राशी वालों को नई आशाएं व उमंगें मिलेंगी। कर्क वालों के पास पैसा आएगा व नए कार्यो में कुछ रूकावटें पैदा होंगी। इस अनुसार यह दिन मिलाजुला रहा। वहीं पंडित वीके कात्यान का कहना है इस दिन जितना हो सके दान करना चाहिए।

चंद्र ग्रहण के समय पूरा परिवार कामकाज छोड़कर पूजा पाठ में लग गया। कहा जाता है चंद्र ग्रहण के समय पूजा अर्चना करने से चंद्र ग्रहण का प्रभाव कम हो जाता है।

दीपा शर्मा, अजंता कालोनी

चंद्र ग्रहण को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। एक ओर जहां ग्रहण को ग्रह नक्षत्रों व राशियों पर भी भारी बताया जाता है। वहीं विज्ञान इसकी कुछ ओर कहानी बयां करता है। आधुनिक युग में हमें रूढ़ीवादी मान्यताओं को त्यागकर आधुनिकता के हिसाब से चलना चाहिए।

गिन्नी, लालकुर्ती

ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण का व्यापार, सम्पत्ति और घर परिवार पर पूरा असर पड़ता है। इसलिए हम चंद्र ग्रहण के समय पूजा पाठ कर खुद को इस ग्रहण से बचने के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं।

गौरव, व्यापारी

हमारे पूर्वज मानते आ रहे हैं, जिस कारण हम भी मानते हैं। धर्म के अनुसार चलते हैं और इस वजह से ग्रहण को मानते हैं

सरला शर्मा, कंकरखेड़ा

जबसे सूतक शुरू हो जाते हैं, उसके बाद पूजा पाठ बंद कर दिया जाता है और भगवान की मूर्तियों को ढक दिया जाता है। खाने पीने में तुलसी के पत्ते डालकर रख देते हैं। ग्रहण के समय में जल व अन्न ग्रहण नहीं करते हैं।

आरती जोशी, श्रद्धापुरी

हमारे यहां तो बड़े बुजुर्ग ऐसा बोलते हैं कि चंद्र ग्रहण में जितना दान-पुण्य करो उतना ही लाभ मिलता है। इसलिए कोशिश रहती हैं, जितना दान हो सके, उतने कर दें। इसके अलावा घर में पानी से लेकर खाने की चीजों में हम तुलसी के पत्तों को जरुरी डालकर रखते हैं।

आस्था मित्तल, स्टूडेंट