- डोर-टू-डोर सफाई के पहले दिन हुई सिर्फ खानापूर्ति

- एक वार्ड में महज चार कर्मचारी ही किए गए तैनात

आगरा। शहर को क्लीन और ग्रीन रखने का काम आधी-अधूरी तैयारी के साथ मंगलवार को शुरू हुआ। पहले दिन ही डोर-टू-डोर सफाई में निराशा हाथ लगी। सॉलिड सफाई के नाम पर सिर्फ फीताकर इतिश्री कर दी गई। लोगों के घरों में कचरा पड़ा रहा।

सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत डोर-टू-डोर सफाई के लिए हरी-भरी कंपनी को अधिकृत किया गया है। कंपनी ने 28 मार्च से सफाई की शुरूआत का ऐलान किया। वार्ड-74 के नगर निगम डिस्पेंसरी में विधिवत कार्यक्रम के साथ पहले दिन सफाई की शुरुआत की गई। कार्यक्रम में लेटलतीफी हो गई। दोपहर लगभग 1.30 बजे महापौर इंद्रजीत आर्य ने फीता काटकर सफाई शुरू करने को हरी झंडी दे दी। कंपनी के सफाईकर्मियों ने रेशमकटरा, कटरा जोगी सहित कुछ अन्य मोहल्लों में साफ-सफाई की औपचारिकता की और वापस लौट गए। इस दौरान महज चार कर्मी ही मौजूद रहे। वहीं, ट्रांसपोर्टिग की भी सुविधा नदारद रही। इसे देखकर नगर निगम के अधिकारियों में भी बेचैनी बढ़ गई। वे भी दावे के साथ नहीं कह पा रहे कि कंपनी डोर-टू-डोर सफाई में सफल हो सकेगी।

तीन वार्ड तय, लेकिन घर-घर नहीं पहुंचे

कंपनी ने दावा किया था कि वे ताजगंज के तीन वार्ड 71, 74 और 80 से डोर-टू- डोर कचरा उठाएंगे। लेकिन पहले दिन ही सफाई फेल रही। वार्ड-74 से शुरुआत की गई, पर पूरे वार्ड से ही कचरा नहीं उठा सके।

एक वार्ड में चार कर्मी

नगर निगम अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने कचरा उठाने के लिए एक वार्ड में मात्र चार कर्मी लगाए हैं। इसमें दो-दो कर्मी 300-300 घर से कचरा उठाएंगे। ऐसी तैयारी की गई है, जो वार्डो के घरों के हिसाब से बहुत कम है। गाडि़यों के नाम पर भी संख्या नहीं के बराबर है।

निगम अधिकारी भी चिंतित

हरी-भरी कंपनी के संसाधन और कर्मियों को देखकर निगम के अधिकारी भी चिंतित हो गए। उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों से तैयारी को लेकर चर्चा की और नाराजगी भी जताई।