RANCHI: राजधानी के लोगों के घरों से कचरा उठाने के लिए रिक्शेवाले नहीं आएंगे। घर के बाहर हूटर बजते ही लोगों को अपने घरों से निकलकर गाडि़यों में खुद कचरा डालना होगा। इसके लिए एसेल इंफ्रा की स्मार्ट यूटिलिटीज की गाडि़यां लोगों के घरों से डोर टू डोर कलेक्शन करेंगी। इसके बाद ये गाडि़यां कचरे को सीधे ट्रांसफर स्टेशन पहुंचाएंगी। जहां से कांपैक्टर की मदद से कचरे को डंपिंग यार्ड भेज दिया जाएगा। राजधानी के लोगों को यह सुविधा 2 अक्टूबर से मिलने लगेगी। यह सुविधा सबसे पहले वीआइपी इलाके में शुरू की जा रही है। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य वाडरें में भी शुरू की जाएगी।

पहुंचा कांपैक्टर व लोडर

मैकेनाइज्ड क्लिनिंग के लिए एजेंसी की ओर से दो कांपैक्टरल और दो लोडर मंगवाए गए हैं। इसके अलावा चार टाटा एस भी पहुंच चुके हैं। ये संकरी गलियों और कम जगह वाली सड़कों पर भी आसानी से जा सकेंगी। कूड़ा कलेक्ट करने के बाद ये गाडि़यां ट्रांसफर स्टेशन पहुंचेंगी। जहां से कचरा सीधे कांपैक्टर में डाल दिया जाएगा।

नहीं गिरेगा कचरा

राजधानी को क्लीन सिटी बनाने के उद्देश्य से शुरू किए गए मैकेनाइज्ड क्लिनिंग के तहत कहीं भी कचरा जमीन पर नहीं गिरेगा। इससे गंदगी फैलने का सवाल ही नहीं। चूंकि घरों से कचरा कलेक्ट करने के बाद गाडि़यां सीधे ट्रांसफर स्टेशन ही जाएंगी।

मानिटरिंग के लिए 2 करोड़

स्मार्ट यूटिलिटीज के एक अधिकारी ने बताया कि सफाई की मानिटरिंग के लिए गाडि़यों में जीपीएस लगाए जा रहे है। इससे यह जानकारी मिलती रहेगी कि कौन सी गाड़ी किस एरिया में सफाई करने में लगी है। वहीं इसका एक बड़ा फायदा यह होगा कि कोई भी स्टाफ देर होने का बहाना नहीं बना पाएगा।

1,2,3,4 वार्ड से शुरुआत

मैकेनाइज्ड क्लिनिंग की शुरुआत सबसे पहले वीआइपी इलाके से की जा रही है। इसमें सीएम आवास, गवर्नर हाउस इलाके के अलावा वार्ड 1, 2, 3 और 4 में घरों से कचरा कलेक्ट किया जाएगा। इसके बाद जैसे-जैसे ट्रांसफर स्टेशन बनता जाएगा, अन्य सभी वार्डो में भी इसकी सुविधा मिलने लगेगी।