RANCHI: मोरहाबादी स्थित मिनी ट्रांसफर स्टेशन के स्टाफ्स की हड़ताल खत्म करवाने में रांची नगर निगम के अधिकारियों के पसीने छूट गए। सुबह से ही एमटीएस के बाहर अधिकारी जमे थे। इस बीच दोनों ओर से काफी बहस भी हुई। मामला बिगड़ता देख पुलिस को भी बुला लिया गया। इसके बाद काफी देर तक अधिकारियों और स्टाफ्स के बीच विवाद होता रहा। दोपहर में अधिकारियों ने जबरन हड़ताल खत्म कराते हुए गाडि़यों को कचरा कलेक्शन के लिए भेज दिया। साथ ही एजेंसी के अधिकारियों को सफाई व्यवस्था तत्काल दुरुस्त करने को कहा गया। बताते चलें कि पिछले सात दिनों से विभिन्न मांगों को लेकर मोरहाबादी और खेलगांव एमटीएस के स्टाफ्स ने हड़ताल कर दी थी।

घंटों चलता रहा ड्रामा

हड़ताल पर बैठे स्टाफ्स को हटाने के लिए रांची नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम, पीसीआर और लालपुर थाना पुलिस के साथ मोरहाबादी पहुंची, लेकिन हटाने में वे सफल नहीं हो पाए। इसके बाद एक गाड़ी एक्स्ट्रा पुलिस को बुलाया गया, जिसमें महिला पुलिस भी शामिल थीं। इसके बाद हड़ताल पर बैठी महिलाओं को भी गेट से हटाया गया, ताकि गाडि़यों को कलेक्शन के लिए भेजा जा सके।

नगर आयुक्त ने लगाई थी फटकार

नगर आयुक्त डॉ। शांतनु कुमार अग्रहरि सोमवार को रांची पहुंचे तो उन्हें स्टाफ्स के हड़ताल पर जाने की सूचना मिली। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मंगलवार से हर हाल में सफाई शुरू हो जानी चाहिए। इसके बाद भी सफाई शुरू नहीं होती है तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद सुबह-सुबह ही एइओ रामकृष्ण कुमार इंफोर्समेंट टीम के साथ मोरहाबादी एमटीएस पहुंच गए। इससे पहले सात दिनों से निगम के अधिकारी नींद में सो रहे थे। वहीं असिस्टेंट हेल्थ आफिसर को भी सिटी की जनता की फिक्र नहीं थी।

एमएसडब्ल्यू ने दिया आश्वासन

एमएसडब्ल्यू के अधिकारियों ने सफाई कर्मियों और ड्राइवरों को भरोसा दिलाया कि उन्हें हर महीने 15 तारीख से पहले पेमेंट देने का प्रयास होगा। इसके अलावा इपीएफ और इएसआई की समस्या को भी जल्द दूर किया जाएगा। वहीं अधिकारियों के साथ मिसबिहेव करने वाले ड्राइवर समसुल को हटाने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि समसुल के कारण कंपनी में 35 बार हड़ताल हुई। इस वजह से उसे दोबारा काम पर नहीं रखा जाएगा।

ड्राइवर को हटाने का विरोध

स्टाफ्स की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों ने काम पर लौटने को कहा। लेकिन एक वाहन ड्राइवर समसुल हक को हटाने का विरोध सभी करते रहे। उन्होंने कहा कि अगर कंपनी समसुल को हटाती है तो हम भी काम नहीं करेंगे। इसके बाद सभी स्टाफ्स एमटीएस के सामने गेट पर ही बैठ गए और वेस्ट कलेक्शन वाली गाडियों के बाहर जाने पर रोक लगा दी।

इएसआई व पीएफ की मांग

इस दौरान असिस्टेंट हेल्थ आफिसर ने भी सफाईकर्मियों से वार्ता करने का प्रयास किया। लेकिन स्टाफ्स टाइम से पेमेंट देने, इएसआई और पीएफ का भुगतान करने की मांग पर अड़े रहे। साथ ही बताया कि पीएफ आफिस में जाने पर उन्हें बताया जाता है कि कुछ महीने से पैसा जमा नहीं किया गया है। ऐसे में हमारे हक का पैसा खाते में डाला जाना चाहिए।

वर्जन

हड़ताल खत्म कराने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। दोपहर से सेकेंड शिफ्ट की सफाई शुरू कर दी गई है। एक-दो दिनों में व्यवस्था सुधर जाएगी। हड़ताल पर बेवजह बैठने से समस्या का समाधान नहीं होता है। एजेंसी को भी व्यवस्था सुधारने को कहा गया है।

डॉ। किरण कुमारी, असिस्टेंट हेल्थ आफिसर, आरएमसी