कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए डारमेट्री की व्यवस्था

मेला प्रशासन व पर्यटन विभाग ने मिलकर बनाई योजना

ALLAHABAD: संगम की रेती पर अगले वर्ष लगने जा रहे कुंभ मेला में दूरदराज के प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं को रात गुजारने के लिए परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा। ठंड के मौसम में श्रद्धालुओं को रात में सोने के लिए इधर उधर ना भटकना पड़े। इसके लिए मेला प्रशासन और पर्यटन विभाग ने कुंभ में पहली बार व्यापक स्तर पर बेड की व्यवस्था यानि डारमेट्री की योजना बनाई है। योजना के अन्तर्गत डारमेट्री के लिए पूरा एक सेक्टर अलग से बसाया जाएगा।

बीस हजार को मिलेगा नया सेक्टर

मेला प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के लिए बेड की जो व्यवस्था की जाएगी उसमें बीस हजार श्रद्धालुओं को एक ही सेक्टर में ठहराने की योजना बनाई गई है। इसके लिए मेला क्षेत्र में एक सेक्टर आरक्षित किया जाएगा। वह कौन सा सेक्टर होगा, वहां कितनी जमीन बेड के अनुसार होगी, इसकी जिम्मेदारी प्रयागराज मेला प्राधिकरण को सौंपी गई है।

इलाहाबाद में प्रस्ताव, लखनऊ में निर्णय

कुंभ मेला में बीस हजार लोगों के लिए डारमेट्री की व्यवस्था का प्रस्ताव मेला प्रशासन की ओर से मार्च के दूसरे सप्ताह में बनाया गया था। इस पर बीस मार्च को लखनऊ में प्रमुख सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी के साथ कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनंद व क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव की बैठक में निर्णय लिया गया।

नहीं ढूंढ़ना होगा रैन बसेरा

कुंभ मेला में डारमेट्री की व्यवस्था के साथ ही हर सेक्टर में एक रैन बसेरा भी बनाया जाएगा। संगम की रेती पर प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले माघ मेला पांच सेक्टरों में बसाया जाता था। कुंभ में एक दर्जन से अधिक सेक्टर बसाए जाएंगे। प्रत्येक सेक्टर में एक-एक रैन बसेरा बसाने की भी योजना बनाई गई है।

कुंभ मेला को भव्य बनाने के लिए हर उस योजना पर काम किया जा रहा है जिससे किसी भी स्तर पर यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना ना करना पड़े। श्रद्धालुओं को सबसे ज्यादा दिक्कत रात गुजारने में होती है। इसीलिए मेला क्षेत्र में बीस हजार श्रद्धालुओं के लिए डारमेट्री की व्यवस्था करने की योजना बनाई गई है।

अनुपम श्रीवास्तव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी