आंतरिक और बाह्य विकास की स्थिति का हो रहा परीक्षण

एमडीए वीसी ने किया विभिन्न विभागों का दौरा, खंगाली फाइलें

Meerut। मेरठ विकास प्राधिकरण ने अवैध कॉलोनियों का डोजियर तैयार कर लिया है। गत दिनों हुए सर्वे के बाद प्राधिकरण उपाध्यक्ष प्रतिदिन जोनवार समीक्षा कर रहे हैं। साथ ही समीक्षा के दौरान संबंधित क्षेत्र के इंजीनियरों से उपाध्यक्ष कॉलोनी के संबंध में विस्तृत जानकारी हासिल कर रहे हैं। जिन कॉलोनियों में आंतरिक या बाह्य विकास कार्यो को नहीं कराया गया है, उन्हें ब्लैक लिस्ट करने की योजना एमडीए ने बना ली है।

4 कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई

पड़ताल के दौरान पकड़ में आया कि प्राधिकरण में बंधक भू-खंड भी कुछ बिल्डरों ने बेच दिए हैं। ऐसे 4 बिल्डर प्रथम सर्वेक्षण के बाद पकड़ में आए हैं। प्राधिकरण उपाध्यक्ष के निर्देश पर सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। आंतरिक और बाह्य विकास कार्यो में फेल 100 से अधिक कॉलोनियों का डोजियर एमडीए ने बना लिया है। साथ ही प्राधिकरण यह भी सर्वे कर रहा है कि कि किस कॉलोनी में बंधक भू-खंडों को सेल किया गया हो या जिसके लिए टोकन मनी को रिलीज किया गया है।

वीसी ने खंगाली फाइलें

गायत्री डेवलपर्स की मानचित्र स्वीकृति की फाइल में लगा चेक बाउंस हो गया। लंबे समय बाद भी संबंधित पटल के कर्मचारियों ने बिल्डर को नोटिस नहीं दिया तो अवैध निर्माण तनकर खड़ा हो गया। कई फाइलों में तो 10-10 साल से कोई नोटिस ही नहीं है। एमडीए उपाध्यक्ष साहब सिंह ने प्राधिकरण के ऐसे कर्मचारियों को चिह्नित करने का काम शुरू कर दिया है।

फाइलें खंगाली

एमडीए वीसी ने शनिवार को मानचित्र विभाग पहुंचकर फाइलों को खंगाला। वीसी से एक दर्जन से अधिक ऐसी फाइलों को पकड़ा, जिन पर न सिर्फ सालों से नोटिस जारी किए गए बल्कि कार्यवाही भी पेडिंग में थी। जाहिर है कि पटल प्रभारी निजी हितों के लिए प्राधिकरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। एमडीए वीसी ने कहा कि इस कॉकस को तोड़ा जाएगा। फाइल रेगुलर अपडेट करनी होगी, ऐसा न करने वालो के खिलाफ सख्ती से पेश आया जाएगा।