प्रापर्टी डीलर की बॉडी मिली हंडिया में, महिला की उतरांव में, कनेक्शन तलाश रही पुलिस

नैनी में मिली स्कार्पियो, सीटें थीं खून से लथपथ, पुलिस ने एक को उठाया

ALLAHABAD: पूरे प्रदेश में हाईवे पर होने वाली घटनाओं का मुद्दा गरम होने और इलाहाबाद हाई कोर्ट के प्रदेश सरकार से हाईवे पर नाइट सिक्योरिटी अरेंजमेंट का डिटेल मांगे जाने के बाद भी हाईवे पर कुछ भी नहीं बदला है। बुधवार की सुबह हाईवे पर हंडिया में एक पुरुष और उतरांव में एक महिला की हत्या कर फेंकी गई लाश बरामद की गई। पहचान होने पर पता चला कि पुरुष एयरफोर्स बमरौली में एमआईएस विंग में तैनात था और एक साल से गायब चल रहा था। उसे लेकर कई बार विवाद भी हो चुका था। वर्तमान समय में वह सपा के एक विधायक के साथ जुड़कर प्रापर्टी डीलिंग के धंधे से जुड़ गया था। महिला की भी पहचान हो गई है। उधर, नैनी में एक स्कार्पियो संदिग्ध हालात में बरामद हुई। इसकी खून की लथपथ सीटों ने सनसनी फैला दी। पुलिस तीनों का कनेक्शन पता करने में जुटी है। एक को पूछताछ के लिए उठाया गया है।

सालभर से ड्यूटी से लापता

मृत युवक का नाम संदीप सिंह पटेल बताया गया है। संदीप की बॉडी बुधवार की सुबह हंडिया थाने से करीब पांच सौ मीटर की दूरी पर हाईवे से लगे खेत में मिली। वह मूलत: कौशांबी जिले के पिपरी थाना क्षेत्र के चिल्ला गांव के रहने वाले तेज सिंह का बेटा था। उनके दो बेटों में संदीप सिंह पटेल बड़ा था। तेज सिंह एयरफोर्स बमरौली में एसजीएम की पोस्ट पर तैनात हैं। संदीप की भी नौकरी उन्होंने लगवा दी थी। वह न्यू कैंट स्थित एयरफोर्स के कमांडर व‌र्क्स इंजीनियरिंग विभाग में तैनात था। पिछले एक साल से वह नौकरी से गायब था। उसके स्कार्पियो के साथ गायब होने की रिपोर्ट पत्‍‌नी ने धूमनगंज थाने में दर्ज कराई थी। बाद में शिवकुटी पुलिस ने उसे पकड़ा था।

अमीर बनने की महत्वाकांक्षा

नौकरी के लगने के बाद वह काफी महत्वाकांक्षी हो गया था। बड़ा आदमी बनने की चाहत में वह नौकरी के साथ प्रापर्टी डीलर का भी काम करने लगा था। इस चक्कर में वह बीच-बीच में नौकरी से भी गायब रहने लगा। उसकी इन्हीं हरकतों से परिवार के लोग नाराज थे। उसे लाइन पर लाने के लिए परिवारवालों ने रिंदु सिंह से उसकी शादी करा दी। इससे उसे एक चार की बेटी चाहत है। इसके बाद उसकी महत्वाकांक्षा बढ़ गई और वह प्रापर्टी के धंधे को ज्यादा टाइम देने लगा।

लिव-इन का भी था चक्कर

सूत्रों के अनुसार संदीप नौकरी करने के दौरान ही सिविल लाइंस स्थित एक प्रापर्टी डीलर के सम्पर्क में आया और उनके साथ मिलकर काम करने लगा। सूत्रों की माने तो इस बीच उसका सम्पर्क नूतन ओझा नामक एक महिला से हुआ। वह भी काफी समय से प्रापर्टी संबंधित काम कर रही थी। काम के चलते दोनों में काफी नजदीकी हो गई थी। अक्सर दोनों साथ देखे जाते थे। इसकी भनक संदीप की पत्‍‌नी और उसके परिवार वालों को हुई तो घर में विवाद होने लगा। इसके बाद उसने परिवार से भी दूरी बनानी शुरू कर दी। कहा तो यह भी जा रहा है कि वह नूतन के साथ लिव-इन में किराए पर कमरा लेकर रहता था और घर आना-जाना भी कम कर चुका था।

धूमनगंज में दर्ज हुई थी गुमशुदगी

टीपी नगर धूमनगंज में संदीप को हैप्पी होम के निकट विभाग की तरफ से सरकारी क्वार्टर मिला था। प्रापर्टी के काम की वजह से अक्सर घर से कई कई दिनों तक गायब रहता था। इस बात को लेकर जब परिवार के लोगों ने गायब होने की वजह पूछा, तो वह बात को टाल-मटोल कर दिया करता था। कई बार पिता ने इन्हीं सब वजहों डांट फटकार भी लगाई लेकिन संदीप का रवैया नहीं बदला। नीतू नामक महिला के काफी करीब आने के बाद एक दिन वह घर से विवाद करने के बाद गायब हो गया। काफी कोशिश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला तो धूमनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करके छानबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला। इसके करीब तीन महीने बाद संदीप को शिवकुटी पुलिस ने पकड़ा था।

महिला साथी ने लगाया था अरोप

मई माह में संदीप की साथी नूतन ने धूमनगंज में जमकर हंगामा किया था। बताया जाता है कि महिला साथी लखनऊ से थाने पहुंची थी। उसने संदीप पर करीब साठ से सत्तर लाख रुपए का गबन का आरोप लगाया था। पुलिस ने महिला को काफी समय तक थाने में बैठाकर मामले की पूछताछ भी की थी। पुलिस के संज्ञान में मामला आने के बाद संदीप को भी थाने बुलाया गया था मगर वह थाने नहीं पहुंचा। बताया जाता है कि बाद में दोनों पक्षों ने आपस में मिल बैठकर समझौता कर लिया।

सीटें खून से सनी, भीतर बोतल मिली

उधर, बुधवार को नैनी पुलिस ने एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी गेट के पास से एक लावारिस स्कार्पियो बरामद की। स्कार्पियो के भीतर का सीन हैरत में डाल देने वाला था। सभी सीटें खून से लथपथ थीं। छानबीन में कार के अंदर से एक इंग्लिश शराब की बोतल, जींस टी शर्ट, लोहे की राड, एक मिस कारतूस, फिनायल की दो बोलतें मिलीं। बीच वाली सीट पर दातों के कई टुकड़े भी मिले हैं। स्थानीय पुलिस इस कार को गंगापार में संदीप मर्डर से जोड़कर देख रही है। क्योंकि संदीप ने पिछले साल स्कार्पियों गाड़ी खरीदी थी। और वह उसकी कार से चलता था। दो साल पहले उसने एक अल्टो कार ली थी मगर कुछ ही दिन बाद उसे बेच दिया था।

बदमाशों का भी हो गया था साथ

इस घटना को लेकर पोस्टमार्टम हाउस पर जुटे लोगों के बीच तरह तरह की चर्चाएं थी। कुछ लोगों का कहना था कि संदीप के साथ लिव-इन में रहने वाली महिला का सम्पर्क झूंसी एरिया में रहने वाले एक दबंग बदमाश से हो गया था। इधर, बीच दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने की भी सूचना आ रही थी। बताया तो यहां तक जाता है कि उनमें पर्सनल रिलेशन भी स्थापित हो गया था। वहीं प्रापर्टी के काम में आने के बाद संदीप का भी संबंध कई बड़े बड़े लोगो से हो गया था। इनमें से कुछ अपराधिक किस्म के लोग भी थे। पुलिस ने अपनी जांच में इन सभी पहलुओं को शामिल किया है।

महिला मूलत: प्रतापगढ़ की

उधर, देर शाम उतरांव में मिली महिला की पहचान भी हो गई। पोस्टमार्टम पहुंचे महिला के भाई अरविंद पाण्डेय ने शव की शिनाख्त की। उनके मुताबिक मृतका का नाम नूतन ओझा था। वह वर्तमान समय में बेनीगंज में रह रही थी। उसकी शादी अल्लापुर के रहने वाले अरविंद ओझा से हुई थी। उसका पति मूलत: प्रतापगढ़ के हथिगवां थाना क्षेत्र का रहने वाला है। दोनो के बीच रिश्तों पर भी सवाल खड़े हो रहे थे। पीएम हाउस पर भी इसकी चर्चा थी। अब पुलिस दोनों हत्याओं का लिंक तलाशने में जुटी है।