- राजधानी में देशी शराब की कुल 150 दुकानें

- सुधा ने पॉलिसी बनाकर दिया ऑफर

PATNA : प्रदेश में एक अप्रैल से लागू शराबबंदी को लेकर करीब म्000 लोग बेरोजगार हो जाएंगे। जबकि राजधानी में ही कुल क्भ्0 दुकानें संचालित हैं। सीएम नीतीश कुमार की मानें तो विकल्प के रूप में यदि शराब व्यवसाई चाहें तो बिहार स्टेट कॉपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स फेडरेशन लिमिटेड द्वारा संचालित सुधा ब्रांड के डेयरी प्रोडक्ट बेच सकते हैं। सुधा ने इस संबंध में शराब व्यवसायियों को ऑफर भी दिया है, लेकिन शराब व्यावसायी दूध-दही बेचें, इस पर संदेह जताया जा रहा है।

सुधा ने दिया ऑफर

कॉम्फेड के प्रबंध निदेशक एसके सिंह ने बताया कि एक पॉलिसी बनाकर सभी शराब व्यावसायियों को एक ऑफर लेटर दिया गया है। अगर वो चाहें तो सुधा का प्रोडक्ट बेच सकते हैं। सिंह का कहना है कि व्यवसायियों को सुधा सिर्फ प्रोडक्ट प्रोवाइड कराएगा, बाकी दुकान व उसका किराया पहले की तरह रहेगा। सिंह ने बताया कि कई व्यवसायियों ने अपनी सहमति भी दे दी है।

संघ ने किया इंकार

दूसरी ओर बिहार राज्य शराब व्यवसायी संघ के सचिव चन्द्रशेखर ने बताया कि पटना नगर निगम क्षेत्र में 90 दुकानें और नगर परिषद में म्0 दुकानें संचालित हैं। यहां के शराब व्यवसायियों ने सुधा का ऑफर स्वीकार नहीं किया है। चन्द्रशेखर बताते हैं कि शराब व्यावसायी अगर दूध-दही बेचेंगे, तो उनका दुकान का किराया भी नहीं निकल सकेगा। ग्रामीण इलाके के कुछ लोगों ने सुधा के इस ऑफर को जरूर स्वीकार किया है।