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आईजीआईएमएस में एमबीबीएस की छात्रा के साथ छेड़खानी के बाद मेडीकल सुपरीटेंडेंट डॉ. मनीष मंडल के विवादास्पद बयान के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. हैरत की बात ये है कि महज दो दिन बाद ही वापस उन्हें एमएस बना दिया गया है. इससे प्रबंधन की कार्यप्रणाली को लेकर सवालिया निशान खड़ा हो गया है. अब आईजीआईएमएस में एमएस की जिम्मेदारी दो लोग संभालंगे. पहले यह जिम्मेदारी सिर्फ मनीष मंडल के पास थी. दो दिन पहले उन्हे पद से हटाकर कृष्ण गोपाल को एमएस बनाया गया था. वहीं अब फिर से प्रबंधन ने अपने फैसले में बदलाव करते हुए वापस डॉ. मनीष मंडल को एमएस के पद पर बैठा दिया.

छात्रों ने 18 घंटे दिया था धरना

डॉ. मनीष मंडल के खिलाफ कार्रवाई को लेकर एमबीबीएस के छात्रों ने 18 घंटे तक धरना प्रदर्शन किया था. इसके साथ ही आईजीआईएमएस के इतिहास में ऐसे पहली बार हुआ कि ओपीडी सहित अन्य विभाग में ताला जड़ा गया था. बाद में प्रबंधन ने डॉ. मनीष मंडल को एमएस के पद से हटा दिया था.

बयान के बाद हुआ था विवाद

दरअसल आईजीआईएमएस में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही एक छात्रा के साथ मनचलों ने छेड़खानी कर दी. छात्रों का आरोप है कि मामले में जब एमएस डॉ. मनीष मंडल से शिकायत करने पहुंचे तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना जवाब देते हुए कहा कि रात के 9 बजे बाद हॉस्टल से निकलोगी तो लड़के छेड़ेगे ही. इस बात पर छात्र आक्रोशित हो गए थे.