स्पेशल

- तालाबों का होगा काया कल्प, प्रभारी मंत्री अभियान का आज करेंगे शुभारंभ

- 1193 पंचायतों में एक-एक तालाब संवारा जाएगा, पांच फरवरी से शुरू होगा काम

BAREILLY:

जल स्तर गिरने से बरेली की धरा सूखती जा रही है। धरती की प्यास मिटाने के लिए अब जिले में जल संचय महाभियान चलाया जाएगा। जिले भर में अस्तित्व विहीन पांच हजार से अधिक तालाबों की काया कल्प होने जा रहा है। मनरेगा के तहत इन्हें 'संजीवनी' दी जाएगी। प्रभारी मंत्री ब्रजेश पाठक के हाथों फ्राइडे को अभियान का शुभारंभ होगा। 5 फरवरी से 1193 ग्राम पंचायतों में स्थित एक-एक तालाब पर काम शुरू होगा। एक तालाब को संवारने के बाद दूसरे तालाब को संजीवनी दी जाएगी। क्या है योजना पढि़ए

सूख रहे हैं सभी तालाब

पिछले चार साल में मनरेगा से करीब 450 तालाबों का जीर्णोद्धार कराया गया है। सीडीओ सत्येंद्र कुमार ने राजस्व रिकार्ड खंगाले तो स्थिति हैरान कर देने वाली मिली। जिले में अधिकांश तालाब अस्तित्व विहीन मिले। आलम यह है कि छह ग्राम पंचायतों में निरीक्षण के दौरान 28 तालाबों में से महज 12 ही तालाब मिले वह भी सूखे या सूख रही अवस्था में। इसके अलावा अन्य ग्राम पंचायतों में कहीं मिट्टी से अटे थे तो कहीं कीचड़ से लबालब मिले। अधिकांश तालाबों पर अतिक्रमण भी मिला। यह देख इनकी काया कल्प करने के लिए जल संचय महाभियान चलाने का निर्णय लिया।

एक साथ शुरू होगा अभियान

शुभारंभ दो फरवरी से होगा लेकिन पांच को सभी ग्राम पंचायतों में एक साथ मनरेगा श्रमिक इन पर फावड़ा चलाते नजर आएंगे। हर ग्राम पंचायत में एक तालाब पर काम होगा। अतिक्रमण से घिरे तालाबों से अवैध कब्जा भी हटवाया जाएगा। निर्धारित समय सीमा में संवारा जाएगा। मनरेगा के तहत इन्हें संवारा जाएगा। घाट बनाकर पौधरोपण किया जाएगा। बरसात का पानी इनमें भरने के लिए तैयार किया जाएगा। साथ ही, गूल बनाकर नदियों की धारा यहां लाई जाएगी। बता दें कि इससे मनरेगा के मानव दिवस सृजन को संजीवनी मिलेगी। सिंचाई का काम आसान होगा और खेतों में पैदावार भी बढे़गी। मत्स्य पालन बढ़ेगा।

तालाब एक नजर में

- 6 हजार तालाब हैं जिले में

- 4 हजार मत्स्य विभाग में रजिस्टर्ड

- 21 सौ तालाबों में मत्स्य पालन

- 4 सौ तालाब निजी प्रयास से बनाए

- 14 सौ तालाबों पर है अवैध कब्जा

- 5 सौ तालाबों को हुआ है जीर्णोद्धार

5 हजार से अधिक तालाबों की काया कल्प करने के लिए जल संचय महाभियान चलाया जाएगा। प्रथम चरण में एक-एक तालाब प्रत्येक ग्राम पंचायत के संवारे जाएंगे।

सत्येंद्र कुमार, सीडीओ