देखा तो खुशी से चीख पड़ीं

हेमामालिनी सबसे पहले व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र पहुंची। यहां सैकड़ों गल्र्स उनका बेसब्री से इंतजार कर रहीं थी। जैसे ही उनकी एंट्री हुई और उनकी झलक मिली, दर्जनों खुशी से चीख पड़ी। उनसे मिलने और उनकी पिक्चर लेने की बेताबी इतनी ज्यादा थी कि गल्र्स ने हड़बड़ी में गमले गिरा दिये और कुछ तो गुलाब के पौधों में भी उलझ गईं। यहां फैशन डिजाइनिंग कोर्स को इनॉगरेशन करने बाद हेमामालिनी डिग्री कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित सेमिनार में पहुंची।

रविन्द्र जैन भी रहे साथ

सेमिनार महिला स्वावलम्बन और सशक्तिकरण टॉपिक पर था। यहां हेमामालिनी ने बेहद गर्मी और उमस भरे माहौल में अपनी बातों से गल्र्स को पूरी एनर्जी से भर दिया। कहा कि ये आपका सौभाग्य है कि आपको यहां वोकेशनल ट्रेनिंग के जरिये सेल्फ डिपेंडेंट बनने का मौका मिल रहा है। आज की लड़कियों को ये साबित करना चाहिए कि उनके पैरेंट्स ने उन्हें पढ़ा-लिखा कर कुछ गलत नहीं किया। वो लड़कों से कम नहीं। अपने पैरों पर खड़ा होने के साथ लड़कियों को हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

रविन्द्र जैन की कविता

रविन्द्र जैन ने पहले तो राम तेरी गंगा मैली का टाइटिल सॉन्ग सुनाया। फिर एक स्वरचित कविता सुनाकर खूब तालियां बटोरीं।

गौरवान्वित हो विद्यालय ऐसी करो पढ़ाई

साथ पढ़ाई के तुम सीखो सिलाई और कढ़ाई

उचित समय पर बजे तुम्हारे जीवन में शहनाई

आने वाली दुनिया ने तुमसे उम्मीद है लगाई

बंधन में रह कर छू सकते हैं अम्बर की ऊंचाई

हेमा जी ने स्वयं प्रमाणित कर दी ये सच्चाई

बीच तुम्हारे स्वयं लक्ष्मी और सरस्वती माई

एक महानारी नारी जाति को प्रेरित करने आई

कॉलेज परिवार हुआ गदगद

प्रोग्राम में हेमामालिनी और रविन्द्र जैन को एक साथ पाकर कॉलेज परिवार गदगद नजर आया। गेस्ट का वेलकम आर्य महिला हितकारिणी महापरिषद के अध्यक्ष दीनानाथ झुनझुनवाला ने किया। इस मौके पर जनरल सेक्रेटरी डॉ। शशिकांत दीक्षित, मैनेजर अम्बरीश अग्रवाल, कमिश्नर की वाइफ डॉ। सीमा तिवारी मेनली प्रेजेंट रहीं। अध्यक्षता जनरल प्रेसिडेंट अरविन्द अग्रवाल ने की।