- लखनऊ यूनिवर्सिटी में खेली जा रही नॉर्थ जोन इंटर जोन यूनिवर्सिटी में उड़ाई जा रही नियमों की धज्जियां

- ग‌र्ल्स सीनियर नेशनल लेवल की प्रतियोगिताओं में लड़कियों की किट में टीशर्ट और स्कर्ट है अनिवार्य

- सिर्फ तीन टीमों की ड्रेस मानकों के अनुरूप

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी में चल रही नार्थजोन इंटर यूनिवर्सिटी वीमेन हॉकी प्रतियोगिता में नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। खेल के नाम पर मजाक हो रहा है। नेशनल लेवल के इस मुकाबले में लड़कियां ड्रेसकोड के नियमों का पालन ही नहीं कर रही है। सीनियर नेशनल लेवल पर महिलाओं का स्कर्ट पहन कर खेलना अनिवार्य है, लेकिन इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाली 24 टीमों में मात्र तीन टीमों ने ही ड्रेस कोड का पालन किया। अन्य टीमों के लड़कियों ने नेकर पहन मैच खेले। इस बात पर टूर्नामेंट डायरेक्टर और मैच आब्जर्वर ने आपत्ति जाहिर की है।

इंटरनेशनल मानकों के अनुरूप मुकाबला

मैच से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि एक तरफ तो मुकाबला इंटरनेशनल लेवल के मानकों के अनुरूप हो रहा है। 15-15 मिनट के चार क्वार्टर खेले जा रहे हैं। पेनल्टी स्ट्रोक और पेनल्टी कार्नर भी नए नियमों के अनुरूप दिए जा रहे है। लेकिन ड्रेसकोड को लेकर ना तो आयोजक सतर्क है और ना ही अदर स्टेट से आई टीमें। इस तरह के टूर्नामेंट में महिला खिलाडि़यों को लिए स्कर्ट अनिवार्य है। लेकिन यहां पर तीन टीमों को छोड़ कर सभी टीमें नेकर पहन कर खेल रही है। जिन टीमों के खिलाड़ी यहां आए है जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमें इस मामले की जानकारी ही नहीं थी। ऐसे में 28 जनवरी का जिस दिन इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई थी, उसी दिन मार्चपास्ट के बाद टूर्नामेंट डायरेक्टर ने सभी टीम के कोच और मैनेजर को हिदायत दी इस तरह के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट के साथ खिलवाड़ ना करे। यह देश और खिलाडि़यों का मामला है। इसमें प्रोफेशनल खिलाडि़यों की भरमार होती है। ऐसे में उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। टूर्नामेंट से जुडे़ अधिकारियों ने बताया कि स्कर्ट के साथ लड़कियां उसी कलर का स्लैक्स और नेकर यूज कर सकती है, लेकिन स्कर्ट हर हाल में अनिवार्य है।

कुछ गलत नहीं है

टूर्नामेंट का आयोजन करने वाले लखनऊ यूनिवर्सिटी एथलेटिक्स एसोसिएशन के सचिव देश दीपक ने बताया कि ऐसे मुकाबलों में नेकर के ऊपर फ्लैप लगाया जाता है। ऐसे में टूर्नामेंट में कुछ भी गलत नहीं है।

कोट

चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने आई सभी टीमों को वार्न किया जा चुका है। इस टूर्नामेंट में 24 से अधिक टीमें हिस्सा ले रही हैं। टीम में खिलाडि़यों के पास प्रॉपर किट नहीं है। इस तरह की टूर्नामेंट में लड़कियों के लिए स्कर्ट पहन कर खेलना अनिवार्य है। यहां पर सिर्फ लखनऊ, रोहतक और अमृतसर की टीमें ही किट में नजर आई। अन्य टीमों के खिलाड़ी नेकर पहन कर खेल रहे हैं। इसकी रिपोर्ट मैं आब्जर्वर से लेकर भारतीय विश्वविद्यालय संघ, नई दिल्ली को भेजूंगा।

- अविनाश श्रीवास्तव

टूर्नामेंट डायरेक्टर

कोट

मुझे यहां पर मैच आब्जर्वर के रूप में भेजा गया है। किट के लिए आयोजकों को पहले से ही सभी टीमों को निर्देशित किया जाना चाहिए था। इसके अलावा जो भी कमियां भी वह भारतीय विश्वविद्यालय संघ को दी जाएगी। ये नेशनल लेवल के मुकाबले हैं। सभी को मालूम है कि इस तरह के मुकाबलों में लड़कियों के लिए स्कर्ट जरूरी है। नेकर तो ब्वॉयज की किट का हिस्सा है।

- सैयद दुलारे हसन, आब्जर्वर

महात्मा गांधी काशी विद्या पीठ

भारतीय विश्वविद्यालय संघ नई दिल्ली

कोट

यह आयोजकों की गलती है। मुकाबले शुरू होने से पहले उन्हें सभी टीमों को ड्रेसकोड के लिए नियम जारी करने चाहिए थे। एक टूर्नामेंट में एक टीम स्कर्ट में और दूसरी नेकर में नहीं हो सकती है। फिर हॉकी इंडिया की रूलिंग को अनदेखा नहीं किया जा सकता है।

- डॉ। आरपी सिंह

सचिव, हॉकी यूपी