JAMSHEDPUR: जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज के बीएड डिपार्टमेंट में करीब 200 बीएड छात्राओं से ज्यादा पैसे लेकर ड्रेस सप्लाई करने के मामले का खुलासा होने के बाद छात्र संगठन गुस्से में हैं। शुक्रवार को अलग-अलग छात्र संगठनों ने इस मुद्दे पर एकजुटता दिखाते हुए पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वीमेंस कॉलेज परिसर में पहुंचकर प्रदर्शन किया। अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपते हुए मामले की जांच के लिए प्रिंसिपल डॉ पूर्णिमा कुमार से लिखित अनुरोध किया।

वीसी को सौंपा ज्ञापन

वहीं, दूसरी ओर झारखंड छात्र मोर्चा ने कोल्हान विवि के शाखा कार्यालय में वीसी के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें कहा गया कि इस कॉलेज को किसी निजी दुकान की तरह संचालित किया जा रहा है। छात्राओं से अलग-अलग मदों में खुलेआम लूट की जा रही है। संविदा के आधार पर शिक्षकों की तैनाती से लेकर कर्मचारियों तक की नियुक्ति में धांधली सामने आ रही है। छात्र संगठनों ने कॉलेज में सफाई से लेकर छात्रावास की कैंटीन व्यवस्था में भी बड़े पैमाने पर अनियमितता बरते जाने का आरोप लगाया। कहा कि महाविद्यालय घपले-घोटाले का स्थायी केंद्र बन गया है। आरोप है कि शैक्षणिक सत्र 2017-19 में नामांकन लेने वाली कॉलेज की करीब दो सौ छात्राओं को 1500-1500 रुपये लेकर ड्रेस बेचे गए। इसके लिए कॉलेज ने सामान्य कोटेशन प्रक्रिया तक का पालन नहीं किया। बिष्टुपुर के एक व्यवसायी को सीधे ड्रेस का ऑर्डर दिया गया।

विरोध को दबाया

छात्र संगठनों ने आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन अपने ऑटोनामस दर्जा होने का अनुचित लाभ उठाते हुए छात्राओं को भयभीत कर रहा है। दावा किया गया कि छात्राओं को फेल करने का डर दिखाकर उनके विरोध को दबा दिया गया। कहा गया कि सरकारी कॉलेज होने के बावजूद कॉलेज छात्राओं से अलग-अलग मद में लगातार वसूली कर रहा है। इसमें कॉलेज के प्रशासनिक पदों पर बैठे कई लोगों की भूमिका की जांच की जानी चाहिए। छात्र नेता सागर राय ने कहा कि संगठन ने प्राचार्य से इस मामले में जांच कराने की मांग रखी है।

हमें पता चला है कि इस मामले में राजभवन को शिकायत की गई है। अगर राजभवन इस मामले में जवाब-तलब करता है तो स्थिति स्पष्ट की जाएगी।

-डॉ पूर्णिमा कुमार, प्रिंसिपल, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज