-नियमों का उल्लंघन करने वाले अल्ट्रासाउंड सेंटर्स पर लगेगी लगाम

-डीएम ने किया 12 टीमों का गठन, मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में होगी जांच

ALLAHABAD: जिले में बिगड़ते चाइल्ड सेक्स रेशियों पर लगाम लगाने के लिए जिला प्रशासन कठोर हो गया है। अल्ट्रासाउंड सेंटर्स द्वारा बरती जाने वाली अनियमतिता पर रोक लगाने के लिए जल्द ही सघन छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए कुल एक दर्जन टीमों का गठन किया गया है। जिनका नेतृत्व डीएम द्वारा नियुक्त किए गए मजिस्ट्रेट करेंगे। छापे के दौरान कमी पाए जाने पर संबंधित सेंटर का लाइसेंस भी निरस्त हो सकता है।

सभी तहसीलों में चलेगा अभियान

यूपी के म् वर्ष के बच्चों में सबसे खराब सेक्स रेशियो वाले जिलों में इलाहाबाद एक है। इसको सुधारने के लिए अल्ट्रासाउंड सेंटर्स की मनमानी पर लगाम लगाना जरूरी है। यही कारण है कि डीएम भवनाथ सिंह ने छापे अभियान के लिए कुल क्ख् टीमों का गठन किया है। इनमें प्रत्येक टीम का नेतृत्व नियुक्त मजिस्ट्रेट करेंगे और टीमों में एसीएमओ व डीसीएमओ को शामिल किया गया। इस सघन चेकिंग अभियान के दौरान सेंटर्स के लाइसेंस डॉक्यूमेंट, अल्ट्रासाउंड सेंटर्स में जांच कराने वाले मरीज का रिकार्ड सहित कई चीजों की जांच की जाएगी। कमी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई होना तय माना जा रहा है।

इनको नहीं है किसी का डर, दी जाएगी नोटिस

स्वास्थ्य विभाग की फाइलों में जिले के ख्क्7 अल्ट्रासाउंड सेंटर्स दर्ज हैं। इनमें से ख्7 बंद हो चुके हैं। इसके अलावा क्07 सेंटर्स का लाइसेंस रिन्यूवल होना बाकी है। पीसीपीएनडीटी एक्ट के नोडल अधिकारी एसीएमओ जेएनएम कुशवाहा ने बताया कि इनमें से तकरीबन ढाई दर्जन ऐसे सेंटर्स हैं जिन्होंने बार-बार मांगने के बावजूद अपने कागजात जमा नहीं किए हैं। जिससे इनका लाइसेंस रिन्यूवल करने में दिक्कतें पेश आ रही हैं। नवंबर से शुरू होने वाले छापामार अभियान के पहले इनके लाइसेंस रिन्यूवल होना जरूरी है। इसके चलते इन अल्ट्रासाउंड सेंटर्स को जल्द ही नोटिस भेजा जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द इनका रिन्यूवल हो सके।