AGRA (20 June): थाना हरीपर्वत क्षेत्र की अति सुरक्षित गेटबंद पॉश कॉलोनी में सोमवार दोपहर को हुए गोलीकांड की जांच में फोरेन्सिक टीम जुट गई है। इस टीम को फोरेन्सिक विशेषज्ञ गीता गुप्ता लीड कर रही हैं। टीम ने हरीपर्वत थाना पहुंचकर सराफ कारोबारी संजीव रस्तोगी के चालक रवि शर्मा का बुलेट टेस्ट किया। इसमें विशेष प्रकार का केमिकल चालक के हाथों व शर्ट पर डाला गया ताकि घटना से उसका कोई जुड़ाव हो तो उसके सबूत मिल जाए। फिलहाल टीम के हाथ कोई सुबूत नहीं लगा है।

चालक बता रहा तीन फायर हुए

फोरेन्सिक टीम ने थाना हरीपर्वत पहुंचकर संजीव रस्तोगी के चालक रवि शर्मा से पूछताछ की। हिरासत में लिए गए चालक ने बताया कि वह बाहर बैठा हुआ था। मालिक संजीव रस्तोगी, साथी गागा व राजकुमार लालवानी अन्दर थे। तभी पौने एक बजे तीन राउण्ड फायर की आवाज सुनी। इसी दौरान संजीव रस्तोगी लड़खड़ाते हुए बाहर निकले कहा कि मेरी कमर में गोली लगी है। मुझे हॉस्पिटल में भर्ती करा दे। इस पर मैं इनको लेकर जीजी नर्सिम होम चला आया।

सीन क्रिएट कर खोजे सुराग

फारेंसिक टीम ने भरतपुर हाउस निवासी कारोबारी राजकुमार लालवानी की कोठी संख्या 3/51 बी/1 पहुंचकर क्राइम सीन क्रिएट किया। ?लड सेम्पल व फिंगर प्रिंट लिए। इस दौरान टीम के सहयोग के लिए थाना पुलिस मौके से नदारद दिखी। भरतपुर हाउस कॉलोनी के गेट पर तीन सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कोठी में भी सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। भरतपुर हाउस कॉलोनी के दो गेट हैं। घटना गेट संख्या एक के समीप हुई है। इसमें गेट नं। एक पर लगे एक कैमरे का व्यू कोठी के गेट की ओर है। चार सीसीटीवी कैमरों में से एक कैमरा बंद है।

मौके से मिले 32 बोर के चार खोखे

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस को राजकुमार लालवानी की कोठी से 32 बोर के चार खोखे मिले हैं। पुलिस के मुताबिक एक सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को कुछ फुटेज हाथ लगे हैं हालांकि वह क्लीयर नहीं है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों कारोबारियों में पहले भी विवाद हो चुका है। हाल ही में उसने नई कार खरीदी है। संजीव अक्सर उसे इस बात का उलाहना देता था कि कार के लिए रुपये हैं और मुझे देने के लिए रुपये नहीं हैं।

भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज

पुलिस के मुताबिक मृतक राजकुमार लालवानी के बड़े भाई सुंदरलाल लालवानी पुत्र खेमचंद्र

लालवानी निवासी पुष्पांजली टॉवर फ्लैट नम्बर 309 दिल्ली गेट। तहरीर में संजीव रस्तोगी, गागा भाई, रवि शर्मा को आरोपी बनाया गया है। पुलिस की माने तो तहरीर में दिया गया है कि वह भाई के पास आया तो संजीव चालक रवि के साथ भाग रहा था। उसका भाई तड़पता हुआ पड़ा था।

गुत्थी उलझी

गोली किसने किस पर चलाई इस बात में गुत्थी उलझी हुई है। पुलिस की माने तो सिर पर गोली चलने के बाद कोई लौट कर हमला नहीं कर सकता। लेकिन संजीव की कमर में गोली लगी थी। सम्भावना बन रही है पहले गोली संजीव के लगी इसके बाद उसने उसी रिवाल्वर से राज कुमार के सिर में गोली मारी।